सीआरपीएफ की134वीं बटालियन के साथ माओवादियों की भीषण मुठभेड़

सब जोनल कमांडर राकेश भुइयां सहित एक पुरुष एवं दो महिला माओवादी ढेर।

छतरपुर – सोमवार सुबह तकरीबन नौ बजे पलामू ज़िले के छतरपुर थाने के तारुदाग गाँव में मलंगा पहाड़ के पास सीआरपीएफ की 134वीं बटालियन की टीम के साथ माओ राकेश भुइयां के दस्ते की भीषण मुठभेड़ हुई।

माओ राकेश भुइयां के लगभग 20 लोगों के दस्ते के साथ तारुदाग गाँव के मलंगा पहाड़ के आस-पास के इलाके में होने की गुप्त सूचना मिली थी। इस पर सीआरपीएफ की 134वीं बटालियन राज्य पुलिस ने एक टीम के साथ पूरे इलाके की घेराबंदी कर सोमवार सुबह सर्च अभियान छेड़ा था। तभी माओवादियों के दस्ते ने सीआरपीएफ टीम पर हमला कर दिया। सीआरपीएफ की टीम ने भी जवाबी कार्यवाही की। लगभग 20 मिनट तक चली भीषण मुठभेड़ में सीआरपीएफ टीम का पलड़ा भारी पड़ता देख माओवादी घटना स्थल से भाग खड़े हुए।

मुठभेड़ के बाद सर्च अभियान में 02 पुरुष एवं 02 महिला माओवादी के मृत शरीर की बरामदगी हुई। जिनकी पहचान सब जोनल कमांडर राकेश भुइयां तथा लल्लू यादव, रूबी कुमारी एवं रिंकी कुमारी(सभी दस्ता सदस्य) के रूप में हुई है। इसके अलावा सर्च के दौरान 02 एसएलआर राइफल, 05 मैगज़ीन, 219 राउंड, 08 मोबाइल, बड़ी मात्रा में पिट्ठू, वर्दी, नक्सल सामान एवं खाने-पीने की चीज़ें भी बरामद किए गए। उल्लेखनीय है कि 08 फरवरी को भी पलामू जिले के झुंझु गाँव के पास 134 बटालियन सीआरपीएफ के टीम के साथ माओ राकेश भुइयां के दस्ते की मुठभेड़ हुई थी। जिसमें दो माओवादी मारे गए थे एवं 01 महिला माओवादी घायल अवस्था में पकड़ी गई थी। साथ ही 08 हथियार भी ज़ब्त किए गए थे।

जिसके पश्चात संजय आनंद लाठकर, पुलिस महानिरीक्षक, सीआरपीएफ ने घटना स्थल का दौरा कर मौजूद जवानों की हौंसला अफ़जाई की थी और उनसे कहा था कि यह सही वक्त है जब मध्य जोन को पूरी तरह से समाप्त किया जा सकता है। संजय आनंद लाठकर , पुलिस महानिरीक्षक, सीआरपीएफ के लगातार मार्गदर्शन का ही परिणाम है कि पिछले 18 दिन के अंतराल में माओ राकेश भुइयां के दस्ते के साथ, जोकि मध्य जोन का एक महत्वपूर्ण दस्ता है, दो मुठभेड़ हो चुकी है। जिसने माओवादियों के मध्य जोन की कमर तोड़ कर रख दी है।