सर्वोच्च न्यायालय ने भरोसा दिलाया कि हम गलत नहीं हैं : दुती चंद

नई दिल्ली, 19 मई (आईएएनएस)| 100 मीटर में राष्ट्रीय रिकॉर्ड और एशियाई खेलों में दो रजत पदक जीत चुकी स्टार महिला धावक दुती चंद ने रविवार को खुलासा किया कि वह समलैंगिक हैं। 23 वर्षीय दुती पहली ऐसी भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने यह खुलकर माना है कि वह समलैंगिक हैं।

आईएएनएस से खास बातचीत में दुती ने खुलासा किया कि उनके पिछले तीन साल से एक लड़की के साथ सम्बंध हैं और पिछले साल सितंबर में समलैंगिकता के मुद्दे पर आए सर्वोच्च न्यायालय के फैसले ने उन्हें भरोसा दिलाया कि वे गलत नहीं हैं।

दुती ने कहा, “जब सर्वोच्च न्यायालय ने धारा 377 पर अपना फैसला सुनाया तब हमने फैसला किया कि अब एक साथ जिंदगी बिताने में किसी प्रकार का खतरा नहीं है। हमने निर्णय लिया कि हम शादी करेंगे और खुद का एक छोटा सा परिवार बसाएंगे।”

दुती ने कहा, “वह मेरे शहर की ही है और उसे भी खेल पसंद है। उसने मेरे बारे में पढ़ा कि मुझे खेल में अपना करियर बनाने के लिए कितनी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा और मुझसे कहा कि वह मेरी कहानी से प्रेरित हुई है। इस तरह से हमारी मुलाकात हुई।”

उन्होंने हालांकि, अपनी साथी का नाम न बताने का निर्णय लिया है। दुती ने माना कि उन्होंने समलैंगिक होने की जानकारी को इसलिए सार्वजनिक किया क्योंकि उन्हें अपने जीवन को अपने हिसाब से जीने का अधिकार है।

दुती ने कहा, “हम जो कर रहे हैं, वो कोई अपराध नहीं है। यह हमारी जिंदगी है और हम इसे जैसे चाहे वैसे जी सकते हैं। मैं अभी लोगों की नजरों में हूं क्योंकि मैं अपने देश के लिए खेल रही हूं, लेकिन खेल से अगल होने के बाद भी मुझे जिंदगी जीनी है।”

उन्होंने कहा कि पिछले दो साल से उनकी साथी ने उनको पूरो सहयोग दिया है। दुती ने कहा, “वह बड़ी प्रतियोगिताओं के लिए मेरे साथ नहीं आ पाई है, लेकिन जब मैं खेल रही होती हूं तो वह हमेशा मेरे लिए प्रार्थना करती है। हम दोनों को वास्तव में एक दूसरे के साथ बहुत अधिक समय बिताने का मौका नहीं मिलता है लेकिन वह मेरा बहुत समर्थन करती है।”

दुती ने यह भी बताया कि उन्हें अभी इस बारे में अपने माता-पिता को भी बताना है। उन्होंने कहा, “मैं लंबे समय से देश के लिए खेल रही हूं और अब तक मैंने जो कुछ भी किया है, वे उससे खुश हूं। मुझे उम्मीद है कि वे इसे भी समझेंगे।”

ओडिशा के चाका गापालपुर में जन्मी दुती ने पिछले साल हुए एशियाई खेलों में ही दो रजत पदक जीते थे। उनकी नजरें फिलहाल, 2020 टोक्यो ओलम्पिक पर टिकी है।