सभागृह में ही सत्ताधारी भाजपा के आपसी मतभेद उजागर


चंद मिनटों में ही नगरसेविका अश्विनी बोबडे ने दिया क्रीड़ा समिति सदस्य पद से इस्तीफा

पिंपरी। पुणे समाचार ऑनलाइन

विषय समिति सदस्य पद की नियुक्तियों में पिंपरी चिंचवड़ मनपा की सत्ताधारी भाजपा के आपसी मतभेद खुले तौर पर सामने आ गए। चंद मिनटों पूर्व ही क्रीड़ा समिति में सदस्य नियुक्त हुई भाजपा की नगरसेविका अश्विनी बोबडे ने सर्वसाधारण सभा में अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया। विधि समिति के लिए इच्छुक व सक्षम रहने के बावजूद उन्हें जबरन क्रीड़ा समिति का सदस्य पद दिया गया, इस पर कड़ी नाराजगी भी उन्होंने जताई।

आज की सर्वसाधारण सभा में विधि, शहर सुधार, महिला व बालकल्याण एवं क्रीड़ा, साहित्य, सांस्कृतिक समिति के नए सदस्यों की नियुक्ति घोषित की गई। इसमें से भाजपा नगरसेविका अश्विनी बोबडे क्रीड़ा समिति सदस्य पद पर नियुक्त की गई। सभा का कामकाज शुरू होते ही उन्होंने इस पद से इस्तीफा देने की घोषणा की। उन्होंने विधि समिति सदस्य पद की मांग पार्टी से की थी, इसके लिए सक्षम रहने के बावजूद उन्हें विधि समिति में मौका नहीं दिए जाने को लेकर उन्होंने सभागृह में ही अपनी नाराजगी जाहिर की।

1992 से वे भाजपा में सक्रिय है, इसके बावजूद उनपर अन्याय किया जा रहा है। इस बीच महापौर नितिन कालजे उन्हें पार्टी के खिलाफ नाराजगी जताने के लिए यह सही मंच नहीं रहने को लेकर चेताते रहे। मगर बोबडे अपनी भूमिका सभी के समक्ष रखने को लेकर आग्रही रहीं। आखिरकार महापौर ने उन्हें दरकिनार कर सभा का कामकाज आगे बढ़ाया। इस पूरे वाकये से सत्ताधारी भाजपा में जारी नए- पुराने का विवाद, आपसी मतभेद और उसके ही सदस्यों को उनकी भूमिका व्यक्त करने की आझादी नहीं है, ऐसी तमाम बातें सामने आ गई।