सबरीमला पर स्टे ऑर्डर लेने की कोशिश करूंगी : भाजपा नेता

नई दिल्ली, 14 नवंबर (आईएएनएस)| भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता व सबरीमला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के खिलाफ याचिकाकर्ताओं में से एक शिल्पा नायर ने गुरुवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि बड़ी बेंच मंदिर के देवता के अधिकार पर विचार करेगी। शिल्पा नायर ने कहा कि वह बीते साल के फैसले पर स्टे ऑर्डर लेने की कोशिश करेंगी। बीते साल के फैसले में सभी आयु की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति दी गई थी।

केरल भाजपा कमेटी की सदस्य शिल्पा ने आईएएनएस से कहा कि मामले को सात न्यायाधीशों की पीठ को भेजे जाने के साथ इसे ज्यादा सावधानी के साथ देखा जाएगा और इस पर ज्यादा शोध व जांच होगी कि यह मंदिर किसलिए है और वास्तव में देवता के क्या अधिकार हैं।

उन्होंने ट्वीट किया, “शुरुआती याचिकाकर्ताओं ने लैंगिक भेदभाव की बात कही है, जबकि सबरीमला में कोई भेदभाव नहीं है और यह सिर्फ देवता की इच्छा की बात है।”

शिल्पा ने आईएएनएस से कहा, “पहली याचिकाकर्ता इंडियन यंग लॉयर्स एसोसिएशन से हैं, जिन्होंने महिलाओं से भेदभाव का हवाला दिया है, लेकिन ऐसी बात नहीं है। इसका उससे कुछ लेनादेना नहीं है, क्योंकि यह मंदिर बहुत सालों से इस परंपरा का पालन कर रहा है, क्योंकि देवता की प्रकृति नैष्ठिक बह्मचर्य की है और हम खुद उस उम्र में वहां नहीं जा रहे।”

शिल्पा ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि बड़ी पीठ उनके पक्ष में फैसला देगी।

उन्होंने कहा, “लेकिन मैं निराश हूं क्योंकि हमें 28 सितंबर, 2018 के फैसले पर स्थगन आदेश नहीं मिला। हमने देखा कि काफी शोरगुल चल रहा है और हिंसा हो रही है। इसलिए मैं अपने वकील से चर्चा कर रही हूं कि इस पर क्या किया जा सकता है, हमें कब स्टे ऑर्डर मिल सकता है।”