समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, वन्यजीव संरक्षण मंत्रालय के सचिव बंडुला हरिश्चंद्र ने कहा है कि साल 2011 में आखिरी बार हाथियों की गणना कराई गई थी और यह अनुमान लगाया था कि श्रीलंका में 5,179 हाथी हैं।
श्रीलंका के कमेटी ऑन पब्लिक अकाउंट्स (सीओपीए) के मुताबिक, बीते साल श्रीलंका में हाथियों की सबसे ज्यादा मौतें दर्ज हुई थीं। वहीं इंसान और हाथियों के बीच हुए संघर्ष के चलते दुनिया में इंसानों की मौतों की संख्या भी दूसरे नंबर पर पाई गई है।
इसके अध्यक्ष तिस्सा वितरना के मुताबिक, वैसे श्रीलंका में मानव-हाथी संघर्ष के कारण हाथी की मौत की औसत संख्या 272 प्रतिवर्ष है, लेकिन पिछले साल 407 हाथियों की मौत हुई थी।
श्रीलंका में जंगली हाथियों को मारना कानूनन जुर्म है, लेकिन अकसर ऐसी खबरें सामने आती हैं कि गुस्से में आकर गांव वाले जहर देकर या गोली मारकर हाथियों की हत्या कर देते हैं।
–आईएएनएस
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