शी चिनफिंग की दक्षिण एशियाई यात्रा क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाएगी

 बीजिंग, 14 अक्टूबर (आईएएनएस)| चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने भारत में चीन-भारत नेताओं की दूसरी अनौपचारिक शिखर वार्ता की और नेपाल की राजकीय यात्रा की।

 तीन दिन में शी ने कई गतिविधियों में हिस्सा लिया जिसे देश-विदेश की मीडिया ने इस पर ध्यान केंद्रित किया। शी की यात्रा समाप्त होने के समय चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि शी की इस यात्रा के दौरान बड़ी उपलब्धियां प्राप्त की गई है, और चीन-भारत संबंध एवं चीन-नेपाल संबंध मजबूत करेगी, क्षेत्रीय व्यावहारिक सहयोग बढ़ाएगी। वांग यी ने कहा कि उच्चस्तरीय वार्ता चीन और भारत के बीच संबंधों के स्वस्थ और स्थिर विकास का मुख्य आधार है। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने इस बार की यात्रा के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ लम्बे समय तक गहरी वार्ता की। शी ने कहा कि चीन और भारत के बीच सहयोग दोनों देश और दोनों की जनता के लिए लाभदायक है, और विश्व की स्थायी शांति एवं समृद्धि के लिए भी लाभदायक है। मुख्य मुद्दों पर हमें समय पर संचार करना चाहिए, एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए, एक दूसरे को समझने के आधार पर मतभेद का हल करना चाहिए। नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमें अच्छी तरह से मतभेदों का प्रबंध और हल करना चाहिए, साथ ही घनिष्ठ भागीदारी बनानी चाहिए। इसके अलावा, मोदी ने शी का आमंत्रण स्वीकार किया कि वे फिर से चीन में वार्ता करेंगे।

भारत की यात्रा के बाद शी ने नेपाल में राजकीय यात्रा की। वांग यी ने कहा कि 23 सालों के बाद किसी चीनी राष्ट्रपति ने नेपाल की यात्रा की, और नेपाल के नेता के साथ द्विपक्षीय संबंधों के विकास के बारे में चर्चा की। इस के दौरान दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में 20 सहयोग समझौता पर हस्ताक्षर किए गए हैं। नेपाल की यात्रा के दौरान शी ने नेपाली राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी के साथ घोषणा की कि चीन और नेपाल सहयोग मजबूत करके समृद्ध-मैत्रीपूर्ण सामरिक भागीदार बनेंगे।

वांग यी ने कहा कि राष्ट्रपति शी चिनफिंग सच्चे दिल से दूसरों के साथ दोस्ती कायम करते हैं और मतभेदों को हल करते हैं, चीन हमेशा शी की कूटनीतिक अवधारणा के आधार पर विकासशील देशों और उभरती अर्थव्यवस्थाओं के साथ सहयोग करेगा।

(साभार-चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पेइचिंग)