शनिवारवाडा पर सभाबंदी को लेकर मचा हंगामा

पुणे: कोरेगांव भीमा दंगा- फसाद की घटना के लिए जिस यलगार परिषद को जिम्मेदार ठहराया जा रह है, उसके आयोजन के बाद पुणे मनपा आयुक्त ने शनिवारवाडा पर सभाओं के आयोजन पर पाबंदी लगा दी है। उनके इस आदेश पर मंगलवार को संपन्न हुई मनपा की सर्वसाधारण सभा में खासा हंगामा मचा। सर्वदलीय नगरसेवकों ने मनपा आयुक्त कुणाल कुमार को आड़े हाथ लेते हुए उनसे जवाब मांगा।

शनिवारवाडा पर बीते कुछ दिनों से लगातार राजनीतिक सभाओं का आयोजन हो रहा है, इससे शहर की कानून व्यवस्था बिगड़ रही है। इसके लिए ऊना आंदोलन के प्रणेता व गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवाणी, जेएनयु छात्र नेता उमर खालिद समेत अन्य युवा नेताओं की मौजूदगी में हालिया संपन्न हुई यलगार परिषद का दाखिला दिया जा रहा है। पुलिस की गुप्त रिपोर्ट का आधार लेकर मनपा आयुक्त कुणाल कुमार ने शनिवारवाडा पर सभाओं के आयोजन पर पाबंदी लगाने का आदेश दिया।

इससे पूर्व यलगार परिषद का विरोध करनेवाले हिंदुत्ववादी संगठनों की मांग पर महापौर मुक्ता तिलक ने शनिवारवाड़ा पर राजनीतिक सभाओं के आयोजन पर विरोध जताया था। मनपा आयुक्त के पाबंदी आदेश की छाप आज मनपा की सर्वसाधारण सभा पर भी नजर आयी। नगरसेवक धीरज घाटे ने इस आदेश की ओर ध्यानाकर्षित किया, वहीं कांग्रेस के गुटनेता अरविंद शिंदे ने आयुक्त से इसका जवाब मांगा। खुद सत्ताधारी भाजपा के खेमे से भी नाराजगी व विरोध के सूर सुनाई दिए। दिलीप बराटे और अन्य नगरसेवकों ने किस आधार पर यह आदेश जारी किया गया, इसका जवाब मांगा। महापौर मुक्ता तिलक ने नाराज सदस्यों को समझाने की काफी कोशिश की मगर नाकाम साबित रही। अंतत: गुटनेताओं की बैठक में इस विषय पर चर्चा के बाद सर्वसाधारण सभा में फैसला किया जाएगा, यह स्पष्ट करने के बाद यह हंगामा शांत हो सका।