तीनों आतंकियों के नाम रहमान जैब फकीर मुहम्मद, हिज्बुल्ला अस्तम खान और दिलावर खान नादिर खान हैं।
वॉशिंगटन : डोनाल्ड ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन ने पाकिस्तान के 3 लोगों को ग्लोबल टेररिस्ट करार दिया है। तीनों पर लश्कर-ए-तैयबा और तालिबान जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े होने का आरोप है। अमेरिका ने वजह बताते हुए कहा है कि ऐसा करने से साउथ एशिया में आतंकियों को सपोर्ट करने वाले नेटवर्क को तोड़ने में मदद मिलेगी।
अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ ट्रेजरी ने तीन आतंकियों को ग्लोबल टेररिस्ट करार दिया है। इनके नाम रहमान जैब फकीर मुहम्मद, हिज्बुल्ला अस्तम खान और दिलावर खान नादिर खान हैं। तीनों आतंकियों को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करने के बाद तीनों की पूरी प्रॉपर्टी अमेरिका ब्लॉक कर सकता है। किसी भी अमेरिकी नागरिक को इन तीनों के साथ किसी भी तरह के ट्रांजैक्शन को रोका जा सकता है।
ट्रेजरी डिपार्टमेंट के टेररिज्म एंड फाइनेंशियल इंटेलिजेंस के अंडर सेक्रेटरी सीगल मांडेलकर ने कहा कि अमेरिका लगातार उन लोगों के नाम सामने ला रहे हैं जो आतंकी संगठनों को समर्थन करते हैं और साउथ एशिया में गलत तरीके से फाइनेंशियल नेटवर्क चला रहे हैं।
सीगल ने कहा कि तीनों लोग अल कायदा, लश्कर-ए-तैयबा, तालिबान और दूसरे आतंकी गुटों को लॉजिस्टिकल सपोर्ट, इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) समेत कई तरह की मदद मुहैया करा रहे थे।”दरअसल ये ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन के उस सोच का ही हिस्सा है जिसमें आतंकी संगठनों की फंडिंग रोकने की बात कही गई है। हमने पाक और क्षेत्र की अन्य सरकारों से भी कहा है कि वे खतरनाक लोगों को अपनी धरती पर पनाह न दें।”
रहमान जैब लश्कर को पैसा, टेक्नोलॉजी और हथियार सप्लाई करता था।वह कई साल तक लश्कर के लिए काम करता रहा। उसने खाड़ी देशों में लश्कर नेटवर्क चलाया और पैसों की उगाही की।2016 की शुरुआत में जैब लश्कर से जुड़े एक संगठन को फंड ट्रांसफर करने को समन्वय करता था। 2014 तक वह अफगानिस्तान में ऑपरेशन चलाने वाले लश्कर आतंकियों के संपर्क में रहा।हिज्बुल्लाह, अमीनुल्लाह नामक संगठन के लिए काम कर रहा था। वह पेशावर के एक मदरसे का वित्त का काम देखता था। दिलावर खान नादिर खान भी अमीनुल्लाह से जुड़ा हुआ था। ये फंड ट्रांसफर की जिम्मेदारी संभालता था।