पुणे में महाराष्ट्र एग्रीबिजनेस कॉन्क्लेव का आयोजन

पुणे : लघु कृषक कृषि व्यापार संघ ने पुणे में वर्तमान कृषक उत्पादक संगठनों(एफपीओ) की क्षमता निर्माण और स्थिरता को आगे बढ़ाने के लिए और उसमें प्रोद्योगिकी, वित्त और इनपुट आपूर्ति के माध्यम से नवीन और प्रभावी रणनीति का पता लगाने के लिए महाराष्ट्र एग्रीबिजनेस कॉन्क्लेव का आयोजन किया। यह क़ॉन्क्लेव कृषि और व्यापार दोनों क्षेत्रों से आए दिग्गजों का गवाह बना जहां किसानों की समस्या और उसके समाधान पर बात की गई। एफपीओ/एफपीसी की स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए औऱ पिछड़े और आगे के संबंधों के माध्यम से उचित समाधान के लिए विचार साझा किए गए। महाराष्ट्र में एग्रीबिजनेस को लघु कृषक कृषि व्यापार संघ की ऋण गारंटी योजना और उद्यम पूंजी सहायता योजना की सहायता से आगे बढ़ाने पर भी बात हुई।

इस कार्यक्रम में सभी शेयरघारकों समेत राज्य सरकार के वरिष्ठ कार्यकारी, उद्योग जगत, बैंकरों, और कृषक उत्पादक संगठनों के प्रतिनिधी ने भाग लिया। 200 से अधिक कृषक उत्पादक कंपनी(एफपीसी) 100 कॉरपोरेट, और कई बैंकर इसमें शामिल हुए। कई एफपीसी ने अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई, और कृषि उत्पादों को बाजार प्रदान कराने के लिए कृषक उत्पादक संगठन और कॉरपोरेट के योगदानों पर चर्चा की गई। इस अवसर पर आईएस औऱ लघु कृषक कृषि व्यापार संघ के प्रबंध निदेशक श्री सुमांता चौधरी और ग्रामीण और कृषि बैंकिंग और सीएसआर, बैंक ऑफ बड़ौदा के महाप्रबंधक बी.आऱ पटेल के बीच कृषक उत्पादक संगठनों के व्यापक विकास के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।

कार्यक्रम के उद्घाटन के मौके पर लघु कृषक कृषि व्यापार संघ के निदेशक सुमांता चौधरी ने कहा कि कृषक उत्पादक संगठन का उद्देश्य किसानों की प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाना और उभरते बाजार के अवसरों में अपने लाभ में वृद्धि करना है। हमें जरुरत है महाराष्ट्र में कृषक उत्पादक संगठन की संख्या बढ़ाने की और इसमें शेयरधारकों की भागीदारिता बढ़ाकर कृषि को और भी अधिक टिकाऊ और लाभकारी बनाने की। हम किसानों को स्व-पर्याप्त नहीं बल्कि समृद्ध भी बनाने का इरादा रखते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि सभी को आगे आकर और मिल जुलकर लघु कृषक कृषि व्यापार संघ की योजनाओं को और अधिक प्रसारित करने की जरुरत है।महाराष्ट्र एग्रीबिजनेस कॉन्क्लेव का उद्देश्य सभी हितधारकों के साथ मिलकर एक मंच बनाने और महाराष्ट्र में किसानों को हो रही चुनौतियों का सामना करने के लिए एफपीओ की स्थिरता के लिए बाजार संबंधों को विकसित करना है। इसका उद्देश्य कृषि उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के माध्यम से पूरे कृषि मूल्य श्रृंखला पर किसानों को शामिल करके कृषि को और अधिक लाभकारी बनाना है। महाराष्ट्र एग्रीबिजनेस कॉन्क्लेव का आयोजन लघु कृषक कृषि व्यापार संघ ने कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण(एपीईडीए), राष्ट्रीय ग्रामीण विकास औऱ पंचायती राज(एनआईआरडीपीआर) पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज और महा कृषक उत्पादक संगठन की सहयोग से किया गया था।