रोटोमैक कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी पर बैंकों का 800 करोड़ रुपए गबन करने का आरोप

कानपुर: बैंकों का 800 करोड़ रुपए गबन करने के आरोपी रोटोमैक कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी को सीबीआई ने सोमवार को हिरासत में ले लिया है. इससे पहले सीबीआई की टीम ने सोमवार तड़के कोठारी के कानपुर स्थित आवास पर छापेमारी की. सीबीआई की टीम विक्रम कोठारी के घर की सघन तलाशी ले रही है. बताया जा रहा है कि सीबीआई टीम विक्रम के घर पर रात एक बजे पहुंची थी. ये छापेमारी बैंक ऑफ बड़ौदा की शिकायत पर की गई है. रविवार (18 फरवरी) को विक्रम कोठारी कानपुर के एक विवाह समारोह में दिखे थे.
समारोह स्थल के बाहर मीडियाकर्मियों ने उनसे पांच हजार करोड़ के ऋण हासिल करने से संबंधित सवाल करने चाहे, लेकिन कोठारी बिना रुके आगे बढ़ते गए. उन्होने एक हाथ से न्यूज चैनलों के माइक हटाए और दूसरे हाथ से मोबाइल फोन कान से लगाकर मीडिया को नजरअंदाज करने की कोशिश की. इसके बाद वे गाड़ी में बैठकर वहां से निकल गए. उन्होने भले ही अपनी कार पर काले शीश चढ़ा रखे हों और इन शीशों के पीछे उन्होंने अपना चेहरा छिपा लिया हो, लेकिन मीडिया में सुर्खी बने उनके पांच हजार करोड़ का एनपीए उनका पीछा छोड़ने वाला नहीं था.
कोठारी ने 30 सेकेण्ड का अपना बयान रिकॉर्ड कराकर जारी कर दिया है. इस वीडियो में वे मीडिया रिपोर्टों को गलत साबित करते हुए कह रहे हैं कि उनके बैंक लोन का मामला एनसीएलटी के समक्ष विचाराधीन है और वे देश छोड़कर कहीं नहीं जा रहे हैं. आखिर में ये बोलते भी सुनाई पड़ रहे हैं कि उनका भारत महान है. कोठारी रोटोमैक पेन कंपनी के प्रवर्तक हैं. सूत्रों के मुताबिक कोठारी पर इलाहाबाद बैंक, बैंक ऑफ इंडिया और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया समेत कई सार्वजनिक बैंकों को नुकसान पहुंचाने का आरोप है. कानपुर के कारोबारी कोठारी ने पांच सार्वजनिक बैंकों से 800 करोड़ रुपए से अधिक का ऋण लिया था.