रैगिंग के नाम पर छात्र से करवाया दुष्कर्म

पीड़ित छात्र के परिजनों का आरोप, कुकड़े ले-आउट में शासकीय छात्रावास की घटना

नागपुर : कुकड़े ले-आउट परिसर स्थित शासकीय आदिवासी छात्रावास में एक छात्र को रैंगिग के नाम पर मूत्र पिलाने का मामला सामने आया है। पीड़ित छात्र को जबरन जहरीली दवा भी पिलाई गई।  इस घटना को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं। प्रकरण में  पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़ा हो गया है। चर्चा है कि पुलिस ने खानापूर्ति करने के लिए कागजी कार्रवाई की।

सेलू परभणी निवासी विष्णु भारत पवार नामक छात्र हनुमान नगर स्थित श्री आयुर्वेद कॉलेज में बीएएमएस के द्वितीय वर्ष में पढ़ रहा है। चार महीने से वह विष्णु कुकड़े ले-आउट स्थित शासकीय छात्रावास में रह रहा है। विष्णु के साथ अन्य तीन विद्यार्थी उसके कमरे में रहते हैं। 21 फरवरी को सीनियर्स विद्यार्थी रैगिंग लेने वाले हैं, इस डर से विष्णु छात्रावास के बाहर घूम रहा था।मध्यरात्रि में वह अपने कमरे में भूखे पेट सोया। राहुल नामक छात्र ने विष्णु के कमरे में जाकर उससे कहा िक सीनियर छात्र बुला रहे हैं। डर से विष्णु छात्रावास के कमरा नंबर 205 में गया। उस समय वहां पर रंजीत सरदार, प्रशिल उईके, प्रवीण गेडाम, शुभम मडावी, राजू सलामे, देवेंद्र मडावी, तुकाराम बुरकुले के अलावा अन्य 12-15 विद्यार्थी थे।

विष्णु को देखकर सीनियर्स विद्यार्थी उस पर टूट पड़े। जमकर पिटाई की, जिससे उसकी तबीयत खराब हो गई। रंजीत सरदार आैर अन्य विद्यार्थियों ने उसे मेडिकल में भर्ती िकया। दूसरे दिन उसे दोपहर करीब 12 बजे छात्रावास के विद्यार्थियों ने विष्णु की तबीयत खराब होने की सूचना उसके पिता को दी। विद्यार्थियों ने उसके पिता को बताया िक विष्णु को सीताबर्डी में एक निजी अस्पताल में भर्ती िकया गया है।

विष्णु के पिता का आरोप है िक उनके पुत्र के साथ रैगिंग के नाम पर छात्रावास के विद्यार्थियों ने उसे मूत्र पिलाया। उनका जब इससे दिल नहीं भरा तब उसे जहरीली दवा भी पिलाई। उसकी तबीयत खराब होने पर पहले मेडिकल ले गए, वहां से उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया।

अजनी पुलिस के कर्मचारी थानेदार को जानकारी देना तक मुनासिब नहीं समझे। थानेदार शैलेश शंखे से जब इस बारे में पूछा गया तब उन्होंने कहा िक ऐसी कोई घटना ही नहीं हुई है। जब उन्हें घटना और पीड़ित छात्र के बारे में बताया गया तब उन्होंने कहा िक थाने में कोई एमएलसी नहीं आई है।पीड़ित छात्र का अभी तक बयान नहीं हो पाया है। बयान लेने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।