यादव नेताओं के अपमान पर भाजपा ने साधा लालू पर निशाना

पटना, 12 मार्च (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनका परिवार नहीं चाहता है कि राज्य में कोई भी यादव नेता उभरे और सियासत में आगे बढ़े।

बिहार की भाजपा इकाई के प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा है, लालू प्रसाद यादव का परिवार नहीं चाहता है कि बिहार के विपक्षी दलों में कोई भी यादव नेता उभरे। इसलिए जब भी कोई यादव नेता अपनी पहचान बनाने की कोशिश करता है, लालू प्रसाद और उनके परिवार के लोग उसके चरित्र पर लांछन लगाने में जुट जाते हैं। तेजस्वी यादव भी वही कर रहे हैं। इसके लिए उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।

आनंद की यह टिप्पणी राष्ट्रीय जनता दल के नेता और लालू के बेटे तेजस्वी यादव द्वारा भाजपा के नेता और बिहार के कैबिनेट मंत्री राम सूरत राय पर लगाए के जवाब में आई है। राय, यादव समुदाय से संबंध रखते हैं और उन्हें लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव ने कहा था, मंगलवार को मुजफ्फरपुर में राम सूरत राय के स्कूल से भारी मात्रा में शराब बरामद की गई है। वह इस स्कूल के संस्थापक हैं और प्राथमिकी उनके भाई हंसराज राय के खिलाफ दर्ज की गई है। स्कूल बच्चों को शिक्षित करने के लिए है। उस स्कूल में ये कैसी शिक्षा दी जा रही है? नीतीश कुमार उन्हें पद से क्यों नहीं हटा रहे हैं? जबकि उन्हें तत्काल प्रभाव से भूमि और रिकॉर्ड मंत्री के पद से हटा दिया जाना चाहिए।

इतना ही नहीं बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी ने गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला करते हुए यह भी कहा कि बिहार के असली शराब माफिया तो खुद मुख्यमंत्री थे। वह एक थके हुए, कमजोर और असहाय सीएम हैं। उनकी सरकार बिहार में शराब की तस्करी को नहीं रोक पा रही है। आंकड़ों के अनुसार, बिहार पुलिस ने खुद यह स्वीकार किया है कि बिहार में अप्रैल 2016 में हुई शराब बंदी के बाद से अब तक 64 लाख लीटर शराब जब्त की गई है।

इसी बयान पर पलटवार करते हुए आनंद ने कहा, राम सूरत राय पर आरोप लगाने से पहले, हम लालू प्रसाद से पूछना चाहते हैं कि अर्जुन राय (राम सूरत राय के पिता) कौन हैं, और उनका चरित्र कैसा था? राम सूरत राय के परिवार पर पिछली सात पीढ़ियों पर कभी एक कलंक भी नहीं लगा है। वैसे भी लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार ने अनूप लाल यादव, विनायक यादव, गजेंद्र प्रसाद हिमांशु, देवेंद्र यादव और कई अन्य यादव नेताओं को राजनीतिक रूप से कभी आगे नहीं बढ़ने दिया।

–आईएएनएस

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