मोदी ने बंगाल दौरे से पहले गुरु को याद किया

नई दिल्ली, 11 जनवरी (आईएएनएस)| नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर हंगामे के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय पश्चिम बंगाल दौरे के लिए तैयार हैं। उनके अनुसार, उन्हें अपने शिक्षक स्वामी आत्मस्थानंदजी की बहुत याद आ रही है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, “मैं आज और कल पश्चिम बंगाल में रहने को लेकर उत्साहित हूं। मैं रामकृष्ण मिशन में समय बिताने को लेकर खुश हूं और वह भी तब जब हम स्वामी विवेकानंद की जयंती मना रहे हैं। उस स्थान के बारे में एक विशेष स्थान भी है।”

उन्होंने आगे कहा, “फिर भी वहां कुछ कमी होगी।”

उन्होंने कहा, “मुझे जन सेवा ही प्रभु सेवा का सिद्धांत बताने वाले आदरणीय स्वामी आत्मस्थानंदजी वहां नहीं होंगे। रामकृष्ण मिशन में उपस्थिति होना अकल्पनीय है।”

अपने लगभग 20 घंटों के दौरे के दौरान वे कोलकाता बंदरगाह के 150वें समारोह का उद्घाटन करने के अलावा पुनर्निर्मित की गईं चार ऐतिहासिक इमारतों को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे।

इस दौरान वे रबिंद्र सेतु (हावड़ा पुल) पर एक लाइट एंड साउंड शो का भी उद्घाटन करेंगे और रामकृष्ण मठ तथा रामकृष्ण मिशन के वैश्विक मुख्यालय बेलूर मठ भी जाएंगे। लोकसभा चुनाव के बाद वे पहली बार पश्चिम बंगाल जा रहे हैं।

मोदी के दौरे से पहले दो संगठनों द्वारा नेताजी सुभाषचंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे और सड़कों पर गो बैक के झंडों के साथ-साथ बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन की योजना की संभावना के बीच सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

हैशटैग गोबैकमोदी के साथ एक सोशल मीडिया अभियान भी चल रहा है और इसमें लोगों से हवाईअड्डे तथा वीआईपी रोड पर पहुंचने के लिए कहा जा रहा है, जिससे प्रधानमंत्री को शहर में प्रवेश करने से रोका जा सके।

राज्यसभा सांसद स्वपन दासगुप्ता ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में मोदी के दौरे को असफल करने की साजिश की आशंका जाहिर की।

इस बीच प्रधानमंत्री के दौरे से पहले अधिकारियों ने फुलप्रूफ सुरक्षा की गारंटी लेते हुए कहा कि हवाईअड्डे से शहर तक का पूरा रास्ता खाली करा दिया गया है और प्रदर्शन की किसी संभावना को खत्म करने के लिए सड़कों पर बैरीकेड लगा दिए गए हैं।