मोदी ने कांग्रेस पर हमला किया, विपक्ष से सहयोग मांगा (लीड-1)

नई दिल्ली, 26 जून (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को एक बार फिर कांग्रेस पर जोरदार हमला किया, लेकिन इसी दौरान उन्होंने विपक्ष से देश को 5000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में सहयोग मांगा। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब देते हुए मोदी ने लोकसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस पर फिर से हमला किया। लोकसभा चुनावों में मुख्य विपक्षी पार्टी को सिर्फ 52 सीटें मिली हैं।

लोकसभा में बोलने के एक दिन बाद मोदी को राज्यसभा में विपक्ष के सदस्यों ने खामोशी के साथ गंभीर मुद्रा में सुना, जबकि राजग सदस्यों ने बार-बार मेजें थपथपाईं।

उन्होंने कहा, “हम जानते हैं कि हमारे पास राज्यसभा में बहुमत नहीं है।”

उन्होंने कहा, “लेकिन, लोकसभा के फैसले को लोगों के जनादेश के कारण राज्यसभा में सम्मान मिलना चाहिए।”

मोदी ने जिक्र किया कि बीते पांच सालों में कुछ विधेयकों का समय निकल गया, क्योंकि सरकार के पास राज्यसभा में संख्या नहीं है।

उन्होंने कहा, “हमें इस अवरोध से छुटकारा पाने की जरूरत है।”

उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के हवाले से कहा कि बहुमत का जनादेश शासन करने के लिए है और अल्पमत का जनादेश विरोध करने के लिए है, लेकिन किसी को व्यवधान डालने के लिए जनादेश नहीं है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को 5000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की जरूरत है।

उन्होंने कहा, “हमें देश चलाना है और हमें आपके सहयोग की जरूरत है।”

उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि वह यह मिथक फैला रही है कि अगर वह चुनाव हारती है तो यह देश का नुकसान है।

मोदी ने कहा कि कांग्रेस को उसका घमंड खा गया और लोकसभा में हार के बाद उसने आत्मनिरीक्षण करने के बजाय बाहर देखना बेहतर समझा।

उन्होंने कहा, “कांग्रेस 17 राज्यों में एक भी सीट नहीं जीत सकी। और, उसने दावा किया कि देश यह चुनाव हार गया। ऐसे बयान आम चुनावों में वोट देने वाली जनता को दुख पहुंचाते हैं। यह देश की जनता का अपमान भी है।”

उन्होंने यह कहने के लिए विपक्ष पर करारा हमला किया कि वोट पाने के लिए किसानों को 2,000 रुपये की सरकारी योजनाओं की रिश्वत दी गई।

उन्होंने कहा, “किसान इस देश का निर्माण खंड है। वे कहते हैं कि किसानों के वोट खरीदे गए। यह देश के 15 करोड़ किसान परिवारों का अपमान है।”

मोदी ने कहा कि झारखंड में भीड़ द्वारा एक युवक की पीट-पीटकर हत्या (मॉब लिंचिंग) किए जाने की घटना से उन्हें दुख हुआ है, लेकिन इसके लिए पूरे प्रदेश पर आरोप लगाना गलत है।

मोदी ने कहा, “झारखंड में लिंचिंग की घटना से मुझे दुख हुआ। इससे दूसरों को भी दुख हुआ। लेकिन राज्यसभा में कुछ लोग झारखंड को लिंचिंग का केंद्र मानते हैं। क्या यह सही है? वे एक राज्य का अपमान क्यों कर रहे हैं?”

धतकीडीह गांव में 20 जून को चोरी के शक में पकड़कर बुरी तरह पीटे गए तबरेज अंसारी (22) ने बाद में अस्पताल में दम तोड़ दिया था। उसे ‘जय श्री राम’ बोलने के लिए मजबूर किया गया था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव में अपनी हार के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर सवाल उठाने को लेकर भी विपक्षी दलों पर हमला किया।

उन्होंने ईवीएम का विरोध करने वालों पर तकनीक विरोधी होने का आरोप लगाया।

प्रधानमंत्री ने कहा, “सदन में कुछ लोग ईवीएम के बारे में बात करते रहे हंै.. एक समय था जब हम संसद में हमारे सिर्फ दो सांसद थे। लोग हमारा मजाक उड़ाते थे, लेकिन हमने कठिन परिश्रम किया और लोगों का विश्वास जीता।”

मोदी ने कहा, “हमने कोई बहाना नहीं बनाया।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि ईवीएम से बहुत से चुनाव कराए गए, जिससे विभिन्न पार्टियो को कई राज्यों में सरकार चलाने का अवसर मिला।

उन्होंने कहा, “फिर आज ईवीएम पर सवाल क्यों?”

मोदी ने कहा कि 1992 से 113 विधानसभा व चार लोकसभा चुनाव ईवीएम के जरिए कराए गए हैं। अदालत ने इस पर सकारात्मक फैसला दिया है।

उन्होंने कहा, “जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं वे सिर्फ ईवीएम का विरोध नहीं कर रहे, बल्कि उन्हें तकनीक, डिजिटल लेनदेन, आधार, जीएसटी, भीम एप से भी दिक्कत है।”

उन्होंने कहा, “इस तरह की नकारात्मकता क्यों। इसी नकारात्मकता के कारण कुछ पार्टियां लोगों का विश्वास जीतने में असमर्थ रही हैं।”

उन्होंने कहा, “कांग्रेस के मेरे दोस्त हमारी जीत को पचा नहीं पा रहे हैं। वह हार को स्वीकार करने में समर्थ नहीं हैं। मैं इसे लोकतंत्र में एक स्वस्थ संकेत नहीं मानता।”