2019 में कम हो सकती हैं भाजपा की सीटें!

आरपीआई सुप्रीमो रामदास आठवले के कयास

पिम्परी। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को सीटें कम हो सकती हैं, मगर 250 से कम सीटें नहीं मिलेंगी और एनडीए ही सत्ता में आएगा। यह विश्वास केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्यमंत्री व आरपीआई सुप्रीमो रामदास आठवले ने गुरुवार की शाम चिंचवड़ में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जताया।

पिम्परी चिंचवड़ में आज शाम सामाजिक सलोखा परिषद में शिरकत करने आठवले पधारे थे। इससे पहले चिंचवड़ के एक होटल में उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत की। इस मौके पर पुणे के उपमहापौर डॉ सिद्दार्थ धेण्डे, आरपीआई के पिम्परी चिंचवड़ अध्यक्ष सुधाकर बारभुवन, वरिष्ठ नेता चंद्रकांता सोनकाम्बले, बालासाहेब भागवत, लक्ष्मण गायकवाड़ समेत अन्य स्थानीय व वरिष्ठ नेता गण मौजूद थे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके कामों की सराहना करते हुए आठवले ने स्पष्ट किया कि, सभी घटक सरकार से खुश नहीं रह सकते। गुजरात, राजस्थान में कुछ चुनावों के नतीजो से यह बात साबित हो चुकी है। राजस्थान में भाजपा को कुछ नुकसान उठाना पड़ सकता है। मगर मेघालय, त्रिपुरा, नागालैंड में सत्ता आएगी। 2019 में कुछ सीटें कम जरूर हो सकती है मगर 250 से कम सीटें नहीं मिलेगी और एनडीए ही सत्ता में आएगी।

महाराष्ट्र में शिवसेना और भाजपा का साथ रहना जरूरी है। हम दोनों दलों को एकजुट रखने की कोशिश करते रहेंगे। उद्धव ठाकरे ने अब कोई चुनाव भाजपा के साथ नहीं लड़ने का ऐलान किया है। इस ओर ध्यानाकर्षित करने पर आठवले ने ठाकरे हमेशा आज कुछ कहते हैं कल कुछ और। अपनी यह भूमिका भी वे बदलेंगे, यह हमारा विश्वास है। उनके साथ न रहने पर भी ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा, यह बताना भी वे नहीं भूले।

सर्वोच्च न्यायालय द्वारा फटकार लगाए जाने के बाद भी भीमा कोरेगांव दंगा मामले में मिलिंद एकबोटे और संभाजी भिड़े की गिरफ्तारी से टालमटोल की जा रही है। इस सवाल पर आठवले ने अपने पास गृह विभाग नहीं रहने की ओर उंगली दिखाई। हांलाकि उन्होंने दलित और मराठा समाज में एकता जरूरी बताकर इसके लिए प्रयासरत रहने की जानकारी भी दी। बंद के दौरान युवाओं पर दर्ज किए गये मामले वापस लेने को लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे, यह भी उन्होंने बताया।