मुंबई में ओंकार ग्रुप के कई ठिकानों पर ईडी के छापे (लीड-1)

मुंबई, 25 जनवरी (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को मुंबई में ओंकार ग्रुप के बिल्डरों और इसके अधिकारियों – बाबूलाल वर्मा और कमल किशोर गुप्ता से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की।

ईडी के एक अधिकारी ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर आईएएनएस को बताया, आज ईडी के छापे में मुंबई के प्रमुख बिल्डरों में से एक ओंकार ग्रुप के सात आवासीय और तीन कार्यालय परिसर शामिल थे।

अधिकारी ने कहा कि जिन ठिकानों पर छापेमारी की गई वो वर्मा और गुप्ता से जुड़े हैं।

अधिकारी ने कहा कि समूह पर एसआरए योजनाओं के तहत दी गई विभिन्न अनुमतियों के दुरुपयोग करने का आरोप है। समूह ने यस बैंक से ऋण के रूप में लिए गए लगभग 450 करोड़ रुपये भी डायवर्ट किए थे।

हालांकि, ओंकार समूह के एक अधिकारी ने सोमवार शाम कहा कि ईडी द्वारा नियमित जांच बॉम्बे हाईकोर्ट में कंपनी के खिलाफ सुराणा डेवलपर्स और प्रॉक्सी लिटिगेंट प्रदीप कदम की रिट याचिकाओं से संबंधित थी।

ओंकार ग्रुप के आधिकारिक प्रवक्ता सुमंत कुमार ने कहा कि एफआर-नॉर्थ वार्ड में आनंद नगर एसआरए कोआपरेटिव हाउसिंग सोसाइटी में एसआरए स्कीम नंबर 4 की क्लबिंग/ डे-क्लबिंग के मामले पहले से ही स्वीकृत हैं।

इसमें, उच्च न्यायालय (30/07/2020 के आदेश) में याचिकाकर्ता सुराणा को कोई राहत देने से इनकार कर दिया गया और उन्हें उसी को वापस लेने के लिए कहा।

सभी याचिकाकर्ताओं द्वारा लगाए गए सभी आरोपों और मुद्दों को निराधार पाया गया, क्योंकि ओंकार ने सरकार के कानूनी नियमों और विनियमों के अनुसार काम किया है, क्लबिंग/डी-क्लबिंग से संबंधित है।

ओंकार समूह ने जोर देकर कहा कि इस तरह के निराधार आरोप विभिन्न अधिकारियों के पास जाकर एसआर योजनाओं के कार्यान्वयन में भ्रम पैदा करने और बाधा पैदा करने का प्रयास है।

कहा गया कि याचिकाकर्ता द्वारा यस बैंक से 450 करोड़ रुपये के ऋण के संबंध में उठाए गए मामले में, यह बैंकिंग दिशानिर्देशों के तहत संपाश्र्विक के खिलाफ परियोजना ऋण के रूप में लिया गया था और केवल घोषित उद्देश्य के लिए उपयोग किया गया था।

–आईएएनएस

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