मुंबई टी-20 : भारत के हरफनमौला खेल के सामने विश्व विजेता परास्त (राउंडअप)

 मुंबई, 11 दिसम्बर (आईएएनएस)| भारत ने बुधवार को वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए सीरीज के आखिरी और निर्णायक टी-20 मैच में अपनी काबिलियत का बेहतरीन प्रदर्शन कर वेस्टइंडीज को 67 रनों से हरा तीन मैचों की सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली।

  हैदराबाद में पहला मैच जीत भारत ने बढ़त ले ली थी जिसे तिरुवनंतपुरम में विंडीज ने बराबर कर दिया था। इसलिए इस मैच को जीतने वाली टीम सीरीज की विजेता बनने वाली थी जो अंतत: भारत बनी।

विंडीज के कप्तान केरन पोलार्ड ने टॉस तो जीता, लेकिन गलती भारत को बल्लेबाजी का न्योता देकर कर दी। लोकेश राहुल (91), रोहित शर्मा (71) और कप्तान विराट कोहली (नाबाद 70) की बेहतरीन पारियों के दम पर भारत ने 20 ओवरों में तीन विकेट के नुकसान पर 240 रन स्कोरबोर्ड पर टांग विंडीज की चिताएं बढ़ी दीं। यह भारत का टी-20 में तीसरा सर्वोच्च स्कोर भी है। इसके जवाब में विंडीज 20 ओवरों में आठ विकेट खोकर 173 रन ही बना सकी।

कप्तान पोलार्ड ने तेजतरार्र पारी खेली और शिमरेन हेटमायेर ने तेजी से रन बना भारत को थोड़ा परेशान भी किया। इस बीच हेटमायेर को जीवनदान भी मिला, हालांकि वह इसका फायदा नहीं उठा सके।

पोलार्ड ने 39 गेंजों पर 68 रन बनाए। उनकी पारी में छह छक्के और पांच चौके शामिल रहे।

विंडीज को निश्चित तौर पर सलामी बल्लेबाज एविन लुइस की कमी खली जो फील्डिंग के दौरान अपना दायां घुटना चोटिल कर बैठे और इसी कारण बल्लेबाजी करने नहीं आए। उनके स्थान पर ब्रेंडन किंग ने पिछले मैच के हीरो लेंडल सिमंस के साथ पारी की शुरुआत की। यह दोनों बल्लेबाज टीम को अच्छी शुरुआत देने में असफल रहे। 12 के कुल स्कोर पर किंग को भुवनेश्वर कुमार ने आउट किया। उन्होंने सिर्फ पांच रन बनाए। सात रन बनाने वाले सिमंस को 17 कुल स्कोर पर मोहम्मद शमी ने एलबीडब्ल्यू आउट कर दिया। इसी स्कोर पर निकोलस पूरन दीपक चहर की गेंद पर शिवम दुबे के हाथों लपके गए।

विंडीज का स्कोर तीन विकेट पर 17 रन था। पोलार्ड और हेटमायेर ने तेजी से रन बनाने चालू किए। नौवें ओवर की दूसरी गेंद पर शमी ने हेटमायेर का कैच छोड़ दिया। शमी को इसका पछतावा होता इससे पहले ही राहुल ने कुलदीप यादव की गेंद पर उनका कैच पकड़ विंडीज को चौथा झटका दिया। हेटमायेर ने 24 गेंदों पर पांच छक्के और एक चौके की मदद से 41 रन बनाए।

कुलदीप ने कुछ देर बाद जेसन होल्डर को आउट कर पोलार्ड को एक बार फिर कमजोर कर दिया। होल्डर ने सिर्फ आठ रन बनाए।

पोलार्ड पर विकेट गिरने का कोई असर नहीं पड़ रहा था और वह अपनी ताकत का बखूबी इस्तेमाल कर बड़े शॉट्स लगाए जा रहे थे। वह अपनी बल्लेबाजी का पूरा लुत्फ ले दर्शकों को भी रोमांचित कर रहे थे। भुवनेश्वर द्वारा फेंके गए 15वें ओवर में पोलार्ड ने एक छक्का और दो चौके लगाए लेकिन ओवर की अंतिम गेंद पर वह सीमा रेखा के पास रवींद्र जडेजा के हाथों लपके गए और यहीं से विंडीज की हार पक्की हो गई।

इसके बाद विंडीज ने हेडन वॉल्श (11), खेरी पिएर (6) के विकेट खोए। केसरिक विलियम्स 13 और शेल्डन कॉटरेल चार रन बनाकर नाबाद लौटे।

भारत के लिए दीपक, भुवनेश्वर, कुलदीप, शमी ने दो-दो विकेट लिए। दुबे और वॉशिंगटन सुंदर को विकेट नहीं मिले।

इससे पहले, स्थानीय खिलाड़ी रोहित ने अपने साथी राहुल के साथ मिलकर विंडीज के गेंदबाजों के परखच्चे उड़ाने शुरू कर दिए। इन दोनों ने पावर प्ले के छह ओवरों में ही 12 की औसत से बल्लेबाजी करते हुए टीम का स्कोर 72 कर दिया।

पावर प्ले के बाद यह दोनों और ज्यादा हावी हो गए और आठ ओवरों की समाप्ति पर टीम को 100 के पार पहुंचा दिया।

रोहित और राहुल दोनों विंडीज के हर गेंदबाज को निशाना बना रहे थे। रोहित को विलियम्स ने आउट किया। वह हेडन वॉल्श के हाथों लपके गए। आउट होने से पहले रोहित ने राहुल के साथ पहले विकेट के लिए 135 रनों की साझेदारी की।

इस बार कोहली ने फिर तीसरे नंबर पर प्रयोग किया और ऋषभ पंत को बल्लेबाजी के लिए भेजा। पंत, पूरी कोशिश के बाद भी पिछले मैच में इस नंबर पर उतरे दुबे की सफलता को दोहरा नहीं पाए और पोलार्ड ने उन्हें होल्डर के हाथों कैच आउट कराया।

फिर कोहली और राहुल ने एक्सीलेटर पर पैर रखा। कोहली ने महज 21 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया। राहुल और कोहली ने 95 रनों की साझेदारी की। राहुल टी-20 में अपने तीसरे शतक से चूक गए और 233 के कुल स्कोर पर कॉटरेल की गेंद पर आउट हो गए।

राहुल ने 56 गेंदों का सामना कर नौ चौके और चार छक्के लगाए। कोहली ने आखिरी गेंद पर छक्का लगा अपनी टीम को 240 का स्कोर प्रदान किया। कोहली ने अपनी नाबाद पारी में 29 गेंदों का सामना कर सात छक्के और चार चौके मारे।