महिला पुलिस कर्मी ने व्हाट्सएप पर दी सुसाइड की चेतावनी

थाने के पुलिस निरीक्षकों की प्रताड़ना से है त्रस्त

पिम्परी : पुणेसमाचार

पुणे के पुलिस महकमे में तब खलबली मच गई जब एक महिला पुलिसकर्मी ने व्हाट्सएप पर सुसाइड करने की चेतावनी दे दी। वाकड थाने में कार्यरत इस पुलिसकर्मी ने वरिष्ठ पुलिस निरीक्षकों की प्रताड़ना से त्रस्त होकर व्हाट्सएप पर थाने की इमारत से छलांग लगा कर खुदकुशी करने का मैसेज भेजा है। हांलाकि उसके सहकर्मियों व घरवालों ने उसे समझा बुझाकर खुदकुशी करने से रोकने में सफलता पा ली है, मगर उसके इस मैसेज ने महकमे के होश उड़ा दिए हैं। अब महकमे के आला अधिकारी इस मामले को कितना गंभीरता से लेते हैं, वह भी तब जब पुणे पुलिस आयुक्तालय की कमान खुद एक महिला के हाथों में है, इसकी ओर निगाहें गड़ गई हैं।
आज के दौर में सोशल मीडिया का प्रचलन काफी बढ़ गया है, इसके चलते पुलिस महकमा भी अपने रोजमर्रा के कामकाज में इसे इस्तेमाल में ला रहा है। थाना, परिमंडल, आयुक्तालय, विभाग वार व्हाट्सएप पर अलग अलग ग्रुप बने है। वरिष्ठ अधिकारियों को दूर रख कर्मचारियों का अपने अलग ग्रुप हैं, जिस पर वे अपना सुख दुःख भी बांटते हैं। वाकड थाने के कर्मचारियों के ऐसे ही एक ग्रुप पर वरिष्ठों की प्रताड़ना से त्रस्त इस महिला पुलिस कर्मी ने पुलिस थाने की इमारत से छलांग लगा कर खुदकुशी करने की चेतावनी दी है। वाकड थाने में सतीश माने वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक और सुनील पिंजन निरीक्षक (क्राइम) तैनात हैं।
वाकड थाने में कार्यरत इस महिला पुलिसकर्मी पर थाने के पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों के छुट्टियों के नियोजन व कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने की जिम्मेदारी है। बंदोबस्त, ड्यूटी लगाने के मुद्दे पर हर बात पर उससे जवाब मांगा जाता है, जिसके चलते वरिष्ठों के साथ उसकी अनबन होते रहती है। वरिष्ठों द्वारा लगातार की जा रही प्रताड़ना से त्रस्त होकर उसने खुदकुशी करने की ठान ली। इससे पहले उसने पुलिस कर्मियों के व्हाट्सएप ग्रुप पर मैसेज भेजा। इससे थाना कर्मियों में खलबली मच गई। महिला के सहकर्मियों व घरवालों ने उसे काफी समझाया और ऐसा कदम उठाने से रोक लिया। हांलाकि इस वाकये से पुलिस महकमा सकते में आ गया है।
इस महिला कर्मी को ड्यूटी लगाने के काम मे लापरवाही बरतने को लेकर दो बार मेमो दिया जा चुका है। थाने में रिक्त होनेवाली दूसरी पोस्ट पर उसकी नियुक्ति की जानेवाली थी, इसकी सूचना भी उसे वरिष्ठों ने दी थी। इसके चलते वह काफी निराश हो चुकी थी, शायद इसी कारण उसने यह कदम उठाया होगा, यह माना जा रहा है।