ठाणे दमकल विभाग के अनुसार, इसके अलावा 10 अन्य लोगों को बचा लिया गया है और मलबे में दबे कुछ लोगों की तलाश की जा रही है।
यह घटना दोपहर करीब 1.45 बजे घटित हुई, जब कैंप 1 में ग्राउंड प्लस चार मंजिला इमारत, मोहिनी पैलेस की सबसे ऊपरी मंजिल पर स्लैब अचानक दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
जैसे ही यह स्लैब गिरा, इसकी वजह से निचली मंजिलों पर भी अन्य स्लैब गिरे और मलबे में कई लोग फंस गए।
स्थानीय लोगों के अलावा एनडीआरएफ और ठाणे आपदा प्रतिक्रिया बल, पुलिस और दमकल विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं और बचाव अभियान शुरू किया, जिसमें पांच घंटे के बाद अब तक कम से कम 10 लोगों को बचाया गया है।
पीड़ितों में एक नाबालिग लड़का मोंटी पार्शे (12), दो महिलाएं सावित्री पार्श (60), ऐश्वर्या दुधवाल (24) और हरीश दुधवाल (40) और संध्या दुधवाल मलबे में लापता हैं।
जिला प्रशासन ने प्रत्येक मृतक पीड़ित के परिजनों को 5 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है और ठाणे में चक्रवात के तेज होने की आशंका के बीच अन्य लापता लोगों की तलाश की जा रही है।
500,000 से अधिक लोगों का आवास उल्हासनगर में है, जो देश में सबसे शुरूआती बस्तियों में से एक रहा है, जहां 1947 में विभाजन के दौरान सिंधी शरणार्थियों को पाकिस्तान से भारत में स्थानांतरित किया गया था।
–आईएएनएस
एकेके/एएनएम