महाराष्ट्र की संस्कृति का परिचय करानेवाले इंद्रायणी थड़ी मेला गुरुवार से

श्रीराम मंदिर, फुलेवाडा की प्रतिकृति व रामायण का लेजर शो मुख्य आकर्षण
पिंपरी। सँवाददाता-महिला बचत गुटों के उत्पादनों को मंच उपलब्ध कराने और महाराष्ट्र की संस्कृति के जतन उद्देश्य से शिवांजली सखी मंच की ओर से भोसरी में आयोजित चार दिवसीय इंद्रायणी थड़ी मेला गुरुवार 30 जनवरी से शुरू होने जा रहा है। भोसरी में स्व अंकुशराव लांडगे नाट्यगृह के पास गांव मेला मैदान में 2 फरवरी तक चलने वाले इस मेले का उदघाटन गुरुवार की सुबह 10 बजे भूतपूर्व मुख्यमंत्री व विपक्षी दल के नेता देवेंद्र फडणवीस के हाथों किया जाएगा। इस साल भगवान श्रीराम मंदिर और महिलाओं के लिए शिक्षा के किवाड़ खोलने वाली फुले दंपति के फुलेवाड़ा की प्रतिकृति और रामायण पर आधारित लेजर शो इस मेले के मुख्य आकर्षण हैं। मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में भाजपा के पिंपरी चिंचवड शहराध्यक्ष व विधायक महेश लांडगे और शिवांजलि सखी मंच की अध्यक्षा पूजा महेश लांडगे ने उक्त जानकारी दी।
राज्य में सबसे बड़े मेले के रूप में विख्यात इस मेले के आयोजन यह दूसरा साल है। खाद्यमहोत्सव, मनोरंजन, प्रबोधन और महिला बचत गुटों के उत्पादनों को बाजार उपलब्ध करानेवाले इंद्रायणी थड़ी मेले के उदघाटन समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस, महापौर माई ढोरे, विधायक लक्ष्मण जगताप, आण्णा बनसोडे, वरिष्ठ नेता आजमभाई पानसरे, उपमहापौर तुषार हिंगे, भाजपा युवा मोर्चा के शहराध्यक्ष व नगरसेवक रवि लांडगे, महिला शहराध्यक्षा शैला मोलक आदि की उपस्थिती होगी। यह चार दिवसीय मेला सभी के लिए खुला व निःशुल्क है, इसका लाभ उठाने की अपील संयोजिका व शिवांजलि सखी मंच की अध्यक्षा पूजा लांडगे ने की है। इस संवाददाता सम्मेलन में भूतपूर्व महापौर नितीन कालजे, राहुल जाधव, मजदूर नेता सचिन लांडगे समेत भोसरी विधानसभा क्षेत्र के नगरसेवक, नगरसेविका बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

 

इस साल इंद्रायणी थड़ी मेले की थीम महिला सुरक्षा और सन्मान है। भारतीय स्त्री शिक्षा की प्रणेता सावित्रीबाई फुले ने स्त्री शिक्षा के स्वर्ण प्रवेशद्वार खोले। महान समाज सुधारक ज्योतिबा फुले का वाडा समता भूमि पुणे में ही है। उनके फुलेवाड़ा की विशाल प्रतिकृति मेले के मुख्य प्रवेशद्वार पर बनाई गई है। इसके साथ ही प्रवेशद्वार पर ही भूतपूर्व राष्ट्रपति प्रतिभाताई पाटील, राजमाता जिजाऊ, सावित्रीबाई फुले, अहिल्याबाई होलकर, मदर टेरेसा, लता मंगेशकर, कल्पना चावला और सिंधूताई सपकाल की प्रतिकृति भी बनाई गई है। भीतर धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज का आदमकद स्मारक सभी का ध्यानाकर्षित करता है। पिंपरी चिंचवड मनपा के नियोजित संविधान भवन की प्रतिकृति, भगवान गौतम बुद्ध की भव्य मूर्ति, अयोध्या में नियोजित श्रीराम मंदिर की प्रतिकृति, ‘रामायण’ पर आधारित आंतरराष्ट्रीय स्तरीय लेजर शो, महाराष्ट्र की ग्रामीण संस्कृति की पहचान कराने वाली ‘ग्रामसंस्कृति’, बाल मेला, गड-किलों की छवियों का प्रदर्शन, शिवकालीन शस्त्रास्त्र प्रदर्शन, महिलाओं के स्व: संरक्षण के सबक, प्रबोधनात्मक कीर्तन, अभंग बैंड, पारंपरिक नृत्य स्पर्धा, नृत्य स्पर्धा, मंगलगौरी खेल जैसे कई मनोरंजनात्मक, सांस्कृतिक कार्यक्रम इस मेले के मुख्य आकर्षण हैं।