ये कार्यक्रम काशी प्रांत में होगा, जिसमें पूर्वी उत्तर प्रदेश के 26 जिले शामिल होंगे।
आरएसएस के प्रचार प्रमुख, मुरार जी त्रिपाठी के अनुसार, पाठ मंगलवार सुबह 8.30 बजे शुरू होगा और इसमें संतों और संतों के अलावा प्रमुख हस्तियां और पेशेवर, उद्योगपति और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल होंगे।
हनुमान चालीसा के पाठ का आह्वान आरएसएस की कुटुम्ब प्रबोधन गतिविधि के माध्यम से किया गया है क्योंकि अधिकांश संतों का मानना है कि यह घातक वायरस को मिटा सकता है।
प्रयाग पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि, और स्वामी जितेंद्रानंद जी, स्वामी कैवल्य दास जी और स्वामी बृज चैतन्य जी महाराज सहित प्रमुख संतों और संतों ने इस कदम का समर्थन किया है।
इस कार्यक्रम में प्रयागराज, वाराणसी, भदोही, मिजार्पुर, प्रतापगढ़, कौशांबी, जौनपुर, गाजीपुर, सोनभद्र, सुल्तानपुर और अमेठी जैसे जिलों के हिंदू परिवार भाग लेंगे।
आरएसएस नेता ने कहा कि आरएसएस काशी प्रांत ने भक्तों और कार्यक्रम में शामिल होने के इच्छुक लोगों के लिए यूट्यूब पर उपलब्ध छह लिंक भी जारी किए हैं।
परिवार, स्वयंसेवकों और अन्य लोगों के साथ, हनुमान चालीसा पथ के पहले और बाद में श्री राम जय राम जय जय राम का पांच बार जाप करेंगे।
यह पहली बार है जब इतने बड़े पैमाने पर हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन किया जा रहा है।
–आईएएनएस
एसएस/आरजेएस