महामारी के बीच मैंने जितने गीत लिखे, पहले कभी न लिखा था : अर्जुन कानूनगो

नई दिल्ली, 25 मार्च (आईएएनएस)। गायक व गीतकार अर्जुन कानूनगो के पास महामारी के कारण पिछले साल लगे लॉकडाउन के दौरान गीत बनाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। उन्हें लगता है कि 30 साल की उम्र में उनके साथ ऐसा होना बहुत अच्छी बात है।

कानूनगो ने आईएएनएस को बताया, महामारी ने मुझे म्यूजिक पर और ज्यादा ध्यान केंद्रित करने दिया। मैंने महामारी में इतना ज्यादा गीत लिखा है, जितना मैंने अपने जीवन में कभी नहीं लिखा था। उस दौरान कोई ऐसी चीज नहीं थी, जो हमारा ध्यान बंटाए, कोई लाइव शो नहीं था, यात्राएं नहीं थी और लोगों से मिलना-जुलना नहीं हो रहा था। लोग केवल सोशल मीडिया के जरिए ही संपर्क में थे। ऐसे में मैं केवल संगीत बना सकता था। यह वास्तव में मुझे जड़ों से जोड़ रहा था कि कैसे मैंने पहली बार म्यूजिक प्ले किया था।

इसके अलावा महामारी ने गैर-फिल्मी म्यूजिक के विकास को तेज कर दिया। वह कहते हैं, मैं फिल्मी और गैर-फिल्मी म्यूजिक श्रेणियों के बीच कॉम्पटीशन को लेकर निश्चित नहीं हूं। मुझे लगता है कि गैर-फिल्मी म्यूजिक शुरू होने में कुछ साल लगेंगे, जैसे फिल्मी संगीत को लगे होंगे। भारत बहुत बड़ा बाजार है और यहां बहुत सारे लोग हैं। ऐसे में ये दोनों श्रेणियां एक साथ अस्तित्व में रह सकती हैं।

कानूनगो ने कहा, न केवल गैर-फिल्मी म्यूजिक बनाने वाले लोग, बल्कि इंडिपिडेंटेंड म्यूजिक करने वालों में से भी कई अब स्टार बन गए हैं। कोविड ने संगीतकारों को गैर-फिल्मी म्यूजिक की ओर बढ़ने में मदद की है और इसने म्यूजिक इंडस्ट्री को काफी बदल दिया है। अब आप एक संगीतकार के रूप में खुद को यहां बनाए रख सकते हैं।

–आईएएनएस

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