ममता ने वैक्सीन के आयात पर जोर देने के लिए मोदी को लिखा पत्र

कोलकाता, 12 मई (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर प्रमुख वैक्सीन निर्माण कंपनियों से संपर्क करने का अनुरोध किया है, ताकि वे देश में फ्रैंचाइजी संचालन खोलें और भारत टीकों की भारी मांग को पूरा कर सके।

वैक्सीन निर्माण में वैश्विक दिग्गजों से संपर्क करने के लिए प्रधानमंत्री से आग्रह करते हुए बनर्जी ने कहा, रिपोर्टें बताती हैं कि वैश्विक स्तर पर बहुत से प्रतिष्ठित वैक्सीन प्रोड्यूसर हैं, जिनकी विश्वासनीयता है। हम इन वैक्सीन प्रोड्यूसर्स से वैक्सीन का आयात कर सकते हैं। त्वरित गति से आयात की प्रक्रिया सुनिश्चित करने की जरूरत है और इसे प्राथमिकता दी जानी चाहिए और यदि संभव हो तो फ्रैंचाइजी स्तर पर देश में भी उन वैक्सीन का उत्पादन किया जा सकता है। राष्ट्रीय स्तर के प्रोड्यूसर फ्रैंचाइजी स्तर पर काम कर सकते हैं।

तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने यह भी कहा कि इस उद्देश्य के लिए बंगाल सरकार जमीन और समर्थन देने के लिए तैयार है।

कोरोनावायरस के नए मामलों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। वहीं वैक्सीनेशन प्रोग्राम में लगातार तेजी देखी जा रही है। इन सबके बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को वैक्सीन की आपूर्ति और उत्पादन क्षमत बढ़ाने को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है।

पत्र में ममता ने वैक्सीन की जरूरत को अहम बताते हुए इसकी उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए जमीन और मैन्युफैक्च रिंग यूनिट मुहैया करने की पेशकश की है।

बनर्जी ने कहा कि विश्व स्तर पर कई निर्माता हैं और पीएम से वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों की मदद से प्रतिष्ठित और प्रामाणिक निमार्ताओं की पहचान करने की गुजारिश की है। हमारे लिए इस देश में दुनिया के विभिन्न हिस्सों से वैक्सीन का तेजी से आयात करना संभव है। उन्होंने पीएम से आग्रह किया है कि बिना किसी और देरी के इसके लिए कोशिश शुरू करनी चाहिए।

बनर्जी ने पत्र में कहा कि वैक्सीन ही कोरोना महामारी का वास्तविक एंटीडोट है। इसकी बड़े पैमाने पर लोगों की जरूरत है, जबकि देश में वैक्सीन का उत्पादन बेहद अपर्याप्त और महत्वहीन है। बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में लगभग 10 करोड़ लोगों और देश में 140 करोड़ लोगों को टीकाकरण की आवश्यकता है, लेकिन केवल कुछ प्रतिशत आबादी को ही वैक्सीनेट किया गया है।

–आईएएनएस

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