मप्र में स्कूल-कॉलेज खुले, हालात सामान्य

भोपाल, 11 नंवबर (आईएएनएस)| अयोध्या विवाद पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के मद्देनजर मध्य प्रदेश में शनिवार को शिक्षण संस्थाएं बंद रखी गईं, मगर सोमवार को शिक्षण संस्थाओं में पूर्व की तरह पठन-पाठन का कार्य हुआ। राज्य में स्थिति पूरी तरह सामान्य है, मगर राजधानी भोपाल सहित कई अन्य जिलों में निषेधाज्ञा अभी भी लागू है। पुलिस हर गतिविधि पर नजर रखे हुए है।

सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के मद्देनजर राज्य में शांति व्यवस्था बना रखने के लिए राजधानी सहित अन्य जिलों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई थी, वहीं शनिवार को शिक्षण संस्थानों को बंद रखा गया। साथ ही सुरक्षा बलों की तैनाती की गई। सार्वजनिक आयोजनों, रैली, जुलूस आदि पर रोक रही, स्थितियां सामान्य होने पर सोमवार को शिक्षण सस्थाओं में पूर्व की तरह अध्यापन कार्य हुआ।

राज्य की राजधानी भोपाल सहित कई अन्य जिलों में शनिवार से निषेधाज्ञा लागू की गई, जो आगे भी जारी रहेगी। साथ ही पुलिस बल की तैनाती और गश्ती भी जारी है। सभी समुदायों के लोग प्रशासन के फैसलों से संतुष्ट हैं और उन्होंने अपने धार्मिक पवरें पर निकाले जाने वाले जुलूस, रैली आदि को स्थगित कर दिया। मुख्यमंत्री कमलनाथ के शनिवार और रविवार को सभी कार्यक्रम स्थगित रहे। सोमवार को भी वह कार्यक्रमों में शामिल नहीं हुए।

राज्य शासन ने प्रदेश स्तर से निषेधाज्ञा हटा लिया है, मगर यह जिलाधिकारियों के विवेक पर निर्भर रहेगा कि उन्हें यह निषेधाज्ञा लागू रखनी है अथवा नहीं। राजधानी में सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह की प्रतिमा के अनावरण का कार्यक्रम था, जिसे स्थगित कर दिया गया है। अर्जुन सिंह के पुत्र पूर्व मंत्री अजय सिंह ने ट्वीट किया, “भोपाल में निषेधाज्ञा लागू होने के कारण प्रतिमा अनावरण का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है।”

राज्य के कई जिलों में इंटरनेट सेवाओं को भी बंद रखा गया।

सोमवार को राज्य में स्थिति पूरी तरह सामान्य है। बाजार, शिक्षण संस्थान पूरी तरह खुले हुए हैं। पुलिस की चौकसी बनी हुई है। सोशल मीडिया पर लगातार नजर रखी जा रही है। इसके साथ ही भोपाल में स्थापित राज्यस्तरीय स्टेट सिचुएशन रूम के जरिए प्रदेश भर के जिलों की हर हरकत पर नजर रखी जा रही है।

राजधानी में तीन वरिष्ठ अधिकारी -जिलाधिकारी तरुण पिथोड़े, पुलिस उप महानिरीक्षक इरशाद वली और नगर निगम आयुक्त विजय दत्ता- लगातार भ्रमण कर रहे हैं। इसी तरह राज्य के अन्य जिलों में भी पुलिस व प्रशासन के अधिकारी नजर बनाए रखने के साथ सक्रिय हैं।