‘भोपाल गैस कांड’ के पीड़ितों ने ट्रंप के भारत दौरे का किया विरोध

 भोपाल, 24 फरवरी (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश की राजधानी में ‘भोपाल गैस कांड’ के पीड़ितों ने सोमवार को सड़क पर उतरकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे का विरोध किया।

  वर्ष 1984 में भोपाल में हुए गैस रिसाव से हजारों लोगों की मौत हुई थी। पीड़ितों की लड़ाई लड़ने वाले चार संगठनों भोपाल गैस पीड़ित महिला स्टेशनरी कर्मचारी संघ, भोपाल गैस पीड़ित पुरुष-महिला संघर्ष मोर्चा, भोपाल ग्रुप फॉर इंफॉर्मेशन एंड एक्शन और चिल्डन अगेंस्ट डाव कार्बाइड के बैनर तले सैकड़ों लोग सोमवार को सड़कों पर उतरे और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के भारत प्रवास का विरोध किया।

आंदोलनकारियों ने कहा कि वर्ष 1984 के भोपाल गैस हादसे के लिए जिम्मेदार यूनियन कार्बाइड के मालिक डाव केमिकल पर भोपाल अदालत द्वारा जारी समन को तामील कराने से अमेरिकी सरकार ने मना कर दिया है, यह गैस पीड़ितों के साथ अन्याय है।

भोपाल गैस पीड़ित स्टेशनरी कर्मचारी संघ की अध्यक्षा रशीदा बी ने कहा, “सन 2016 में जब से ट्रंप राष्ट्रपति बने, भोपाल जिला अदालत से फरार ‘कातिल’ यूनियन कार्बाइड के मालिक डाव केमिकल के नाम दो बार समन जारी हुए हैं और दोनों बार अमेरिका के न्याय विभाग ने समन की तामीली कराने से इनकार कर दिया है।”

भोपाल गैस कांड पीड़ित महिला पुरुष संघर्ष मोर्चा की नसरीन खान ने कहा, “इतिहास के जघन्यतम कॉरपोरेट कत्लेआम को अंजाम देने वालों को पनाह देने में ट्रंप सरकार भारत सरकार के साथ उसके म्यूचुअल लीगल असिस्टेंस ट्रीटी संधि की धज्जियां उड़ा रही है।”

भोपाल ग्रुप फॉर इन्फॉर्मेशन एंड एक्शन की रचना ढींगरा ने कहा, “अब यह बिलकुल साफ हो चुका है कि लाकहीड-मार्टिन, रेथीओन और वेस्टिंगहाउस जैसे मारक कंपनियों को फायदा पहुंचाना ही ट्रंप के भारत आने का मुख्य कारण है। ट्रंप को खुश करने में व्यस्त हमारे प्रधानमंत्री मोदी ने भोपाल में कत्लेआम के लिए जिम्मेदार कंपनियों को अदालत में लाने के बारे में अमेरिकी सरकार के सहयोग की बात करना जरूरी नहीं समझा।”