भीमा कोरेगांव दंगा पुलिस की नाकामी

पुणे, नए साल के पहले ही दिन शौर्य दिन पर कोरेगांव भीमा में दंगा- फसाद मचने के बाद मंगलवार को पहली बार पुणे पधारे केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्यमंत्री रामदास आठवले ने, इस दंगे को पूर्व नियोजित साजिश करार देते हुए इसे पुलिस की नाकामी बतायी है। सरकारी विश्रामगृह में संवाददाताओं के साथ की गई बातचीत में उन्होंने इस मामले में शामिल रहे शिव प्रतिष्ठान, संभाजी ब्रिगेड और हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की है। इस पूरे मामले की जांच हो और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
दंगा जैसी घटना महाराष्ट्र की अस्मिता को आघात है, मराठा व दलित दोनों समाज से कोई अनुचित या गलत काम न हो, इसका ध्यान सभी को रखना चाहिए। पुणे में हुई एल्गार परिषद का इस दंगे से कोई सरोकार नहीं रहने का स्पष्टीकरण देकर आठवले ने राष्ट्रवादी कांग्रेस के हाइकमान शरद पवार द्वारा की गई संविधान बचाओ रैली की घोषणा पर टिप्पणी करते हुए कहा कि संविधान बचाने की बजाए अपनी पार्टी बचाने की चिंता करनी चाहिए। संविधान की चिंता करने की कोई जरुरत नहीं, संविधान को कोई हाथ भी लगा तो आरपीआई शांत नहीं बैठेगी। 2019 के चुनाव में भी भाजपा ही सत्ता में आएगी, यह दावा करते हुए उन्होंने शिवसेना को अपने साथ आने का न्यौता दिया। इस मौके पर उपमहापौर डॉ़ सिध्दार्थ धेंडे, पार्टी के नेता परशुराम वाडेकर, बालासाहेब जानराव आदि उपस्थित थे।