भारत में वर्ष 1952 से अब तक 818 महिलाएँ सांसद

नई दिल्ली : भारतीय संसद में बीते 66 सालों में अब तक 818 महिला सांसदों ने अपने बूते पर राज किया है। इसमें लोकसभा की 632 और राज्य सभा की 186 महिला सांसदों का समावेश है। राज्य सभा में बीते 66 सालों में 21 महिला सासंदों का नाम राष्ट्रपति ने नामांकित किया है।

वर्ष 1952 से अब तक देश में 10 हज़ार 970 सांसदों की नियुक्ति हुई है, इसमें लोकसभा में चुने गई सांसदों की संख्या 8855 है जबकि 2155 सांसद राज्य सभा के लिए चुने गए हैं।

महाराष्ट्र की अब तक 46 महिला सांसद लोकसभा में

महाराष्ट्र राज्य बनने के बाद से अब तक यहाँ से 687 सांसद लोकसभा में गए हैं। इसमें 46 महिला सांसदों का नाम शामिल है। राज्य सभा के लिए अब तक चुने गए 2115 सांसदों में से महाराष्ट्र की 14 महिला सांसदों का नाम शामिल है।

21 महिला सांसद नामांकित

राष्ट्रपति ने आज तक देश के 133 सांसदों का नाम राज्य सभा के लिए दिया है, जिसमें 21 महिला सांसदों का नाम शामिल है। महाराष्ट्र की 7 महिला सांसदों का नाम राष्ट्रपति के नामांकन में हैं।

16वीं लोकसभा में सर्वाधिक 65 महिला सांसद

हालिया 16वीं लोकसभा में सर्वाधिक 65 महिला सांसदों की गणना की गई है, इसमें महाराष्ट्र की 6 महिला सांसदों के नाम हैं। बीती 15वीं लोकसभा में 560 सांसदों में से 64 महिला सांसद थीं। पहली लोकसभा में 543 सांसद थे, जिनमें 24 महिलाएँ थीं। दूसरी लोकसभा में भी महिलाओं की संख्या इतनी ही थी।

उत्तर प्रदेश में सबसे ज़्यादा 121 महिला सांसद

पहली लोकसभा से आज तक उत्तर प्रदेश से 1394 सांसद लोकसभा में जीतकर आए हैं, जिनमें 121 महिला सांसदों का समावेश है। पश्चिम बंगालन से 65, मध्यप्रदेश- 62, बिहार- 59, महाराष्ट्र- 46, आंध्रप्रदेश- 45, राजस्थान- 30, गुजरात -27, पंजाब- 24 ,तमिलनाड़ू- 23,ओड़िशा- 16, कर्नाटक 15, आसाम – 15 एवं दिल्ली से 13 महिला सांसदों ने लोकसभा में प्रवेश लिया है।

नज़मा हेपतुल्ला 6 बार राज्य सभा में

राज्यसभा में सबसे अधिक चुनकर आई सांसदों में नज़मा हेपतुल्ला का नाम है, जो 6 बार राज्य सभा में चुनकर आई हैं। गौरेतलब है कि उसमें से चार बार उनका नाम महाराष्ट्र की ओर से गया है। जबकि अंबिका सोनी 5 बार, जया बच्चन 3 बार, रेणुका चौधरी 3 बार एवं झरना दास श्रीमती कनीमोजी, निर्मला सीतारामन, श्रीमती वानसुक, विप्लवा ठाकुर ने दो-दो बार आमद की है।