भाजपा सांसदों, निगम पार्षदों से लोग खुश : सर्वेक्षण

नई दिल्ली, 14 जनवरी (आईएएनएस)| दिल्ली के लोग यहां के सांसदों और नगर निगम पार्षदों से खुश हैं। वे महापौर (मेयर) से भी खुश हैं, लेकिन नगर निगम से नाखुश हैं। आईएएनएस-सी वोटर सर्वे के अनुसार, दिल्ली की 50.8 प्रतिशत जनता सांसदों से खुश है और राष्ट्रीय राजधानी के सभी सांसद भाजपा के हैं। जहां 38.7 प्रतिशत लोग अपने सांसद को बदलना चाहते हैं और 10.5 प्रतिशत लोग इस मुद्दे पर अनिर्णय की स्थिति में हैं।

स्थानीय निगम पार्षदों और सांसदों के साथ खुशहाली सूचकांक दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के लिए एक अच्छी खबर हो सकती है, जो आप के खिलाफ ताल ठोक रही है। एमसीडी और स्थानीय सांसदों के मोर्चे पर भाजपा के सामने एंटी-इनकंबेंसी का कोई मुद्दा नहीं है।

जहां 44 प्रतिशत लोग मेयर को नहीं बदलना चाहते, वहीं 36.7 प्रतिशत लोग मेयर को बदलना चाहते हैं। लेकिन 19.4 प्रतिशत लोग इस मुद्दे पर अनिर्णय की स्थिति में हैं।

लेकिन विरोधाभासी स्थिति यह है कि लोग मेयर के काम से तो संतुष्ट हैं, लेकिन म्यूनिसपलिटी बदलना चाहते हैं। कुल 46.9 प्रतिशत लोग एमसीटी में बदलाव चाहते हैं। लेकिन 45.8 प्रतिशत लोग इसे बदलना नहीं चाहते। जबकि एमसीडी की भूमिका पर 7.3 प्रतिशत लोग अनिर्णय की स्थिति में हैं।

लोग निगम पार्षदों के काम से भी संतुष्ट हैं और ऐसा लगता है कि दिल्ली के लोग स्थानीय निगम पार्षदों से कुल मिलाकर नाराज नहीं हैं।

यह पूछे जाने पर कि क्या वे स्थानीय निगम पार्षद को बदलना चाहते हैं? मात्र 36.4 प्रतिशत लोगों ने कहा कि हां और 46.1 प्रतिशत लोगों ने कहा नहीं और 17.2 प्रतिशत लोग इस मुद्दे पर अनिर्णय की स्थिति में हैं।

दिल्ली के तीनों नगर निगम पर भाजपा का नियंत्रण है और आप व कांग्रेस विपक्ष में हैं।