भाजपाईयों के लिए जी का जंजाल बना ‘घर चलो’ अभियान

संतोष मिश्रा
पिम्परी। पुणे समाचार ऑनलाइन

आगामी चुनावों के मद्देनजर सरकार की नीतियों व योजनाओं को जनजन तक पहुंचाने के लिए भाजपा द्वारा ‘घर घर चलो’ अभियान चलाया जा रहा है। जहाँ इस अभियान को लेकर भाजपा ‘काम करो अभियान’, ‘बेघर करना रोको अभियान’ चलाने की टिप्पणियों से विपक्षी दलों के निशाने पर आई है। वहीं पार्टी के नगरसेवक, नेता, पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के लिए यह अभियान जी का जंजाल साबित हो रहा है। असल के इस अभियान के तहत घर घर पहुंच रहे भाजपाइयों पर लोगों के सवालों से मुखातिब होने की नौबत आ रही है। कई जगहों पर लोगों की कम- ज्यादा नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है।

सालभर की दूरी पर लोकसभा चुनाव होने जा रहे हैं। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव भी ज्यादा दूर नहीं है। सियासी गलियारों में दोनों चुनाव साथ कराने के कयास भी लगाए जा रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर 6 अप्रैल को भाजपा के स्थापना दिवस को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसकी तैयारियों के बीच ही भाजपा द्वारा ‘घर घर चलो’ अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत भाजपा सरकार की नीतियां, योजना व फैसलों को जनजन तक पहुंचाने में जुटी है। पिम्परी चिंचवड़ में पार्टी विधायक, नगरसेवक, नेता, पदाधिकारी, कार्यकर्ता स्थापना दिवस और ‘घर चलो’ अभियान की तैयारियों की दोहरी कवायद में जुटे हैं।

पिम्परी चिंचवड़ मनपा में पहली बार भाजपा की सत्ता आयी है, इसके चलते नगरसेवकों व पदाधिकारियों को ‘ टार्गेट’ दिए गए हैं। 6 अप्रैल को मुंबई में स्थापना दिवस के समारोह में हर नगरसेवक को दो बस का ‘टार्गेट’ तय किया गया है। इसके लिए बस, मुंबई यात्रा, कार्यकर्ताओं के भोजन- नाश्ते आदि के प्रबंध के साथ नए- पुराने कार्यकर्ताओं का तालमेल लगाते हुए रूठों को मनाने की जद्दोजहद में नगरसेवक जुटे हैं। इसी के साथ ‘घर चलो’ अभियान में लोगों के द्वार पहुंचने पर उनकी नाराजगी और सवालों का सामना करने की नौबत आयी है। साल भर कहाँ थे?, रोड निर्माण का काम अब तक क्यों पूरा नहीं हुआ? पानी का मसला कब हल होगा? कचरा निपटारा क्यों नहीं हो रहा? सफाई क्यों नहीं होती? जैसे स्थानीय मसलों के साथ ही बेरोजगारी, महंगाई सहित केंद्र व राज्य सरकार से जुड़े मसलों पर भी लोग जवाब मांग रहे है। खुद पार्टी के नगरसेवक दबी आवाज में इस खबर की पुष्टि कर रहे हैं। नतीजन घर चलो अभियान भाजपाइयों के लिए जी का जंजाल साबित हो रहा है।