बैंक की धमकी से ड़रकर फांसी झूल गया युवक

पुणे : निकासी के वक्त गलती से ज्यादा पैसे दिए गए हैं, उन्हें लौटाने को लेकर बैंक अधिकारी द्वारा दी गई धमकी से घबरा कर एक 19 वर्षीय युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह चौंका देनेवाली घटना पुणे जिले के बारामती तहसील स्थित काटेवाडी गांव में घटी है। मृतक का नाम महेश भानुदास मुगट है, जिसने सुसाइड से पूर्व अपने हाथ पर सुसाइड नोट लिखा है। इसमें उसने बैंक अधिकारियों को जिम्मेदार बताकर कार्रवाई की मांग की है। या है। बैंक से ज्यादा रकम ले जाने के आरोप में अधिकारी उसे धमका रहे थे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, महेश मगुट मंगलवार को अपनी दादी कमल मुगट के साथ गन्ने के बिल का पैमेंट लेने दादी के साथ पुणे जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक गया था। यहां से उन्हें गन्ने के बिल के तौर पर 49 हजार रुपए मिले, जिसके बाद दोनों घर आ गए। इसके बाद एक बैंक अधिकारी ने घर पर आकर कहा कि, गलती बैंक से वह ज्यादा रुपए लेकर आया है वह लौटा दें। जब महेश ने कहा कि, उसे सिर्फ 49 हजार रुपए ही मिलने और उससे ज्यादा रुपए नहीं मिले हैं। इस पर बैंक अधिकारी उसे पुलिस में मामला दर्ज कराने की धमकी दी

पुलिस में मामला दर्ज कराने की धमकी से वह घबरा गया। इसी डर से उसने बुधवार दोपहर घर के भीतर फांसी लगाकर सुसाइड किया। मरने से पूर्व महेश ने अपने हाथ पर सुसाइड नोट लिखा है, जिसमें उसने अपनी खुदकुशी के लिए बैंक अधिकारी को जिम्मेदार ठहराया है और उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इसके साथ ही अपनी मां और पिता से माफी भी मांगी है। अब इस सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस क्या एक्शन लेती है? इसकी ओर नजरें गड़ गई हैं। बहरहाल बारामती पुलिस इस मामले की छानबीन में जुटी है।

महेश की दादी कमल मुगट ने बताया कि, गन्ने का बिल लेने के लिए हम दोनों मंगलवार को बैंक गए थे। हमने हमारे अकाउंट से 49 हजार रुपए निकाले थे। बैंक के कैशियर ने हमें चालीस हजार रुपए का बंडल, दो हजार के चार नोट और पांच सौ के दो नोट दिए। इससे ज्यादा पैसे हमें मिले ही नहीं। हम गरीब लोग हैं, बैंक अधिकारी ने पुलिस में मामला दर्ज करने की धमकी देने से महेश घबरा गया और इसी ड़र के चलते उसने खुदकुशी जैसा कदम उठाया।