बेघरों को घर मुहैया कराने से बड़ा कुछ नहीं : हसीना

ढाका, 24 जनवरी (आईएएनएस)। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा कि देश में कोई भी बेघर नहीं रहेगा। इस साल यहां देश के स्वतंत्रता दिवस की स्वर्ण जयंती मनाई जा रही है।

हसीना ने शनिवार को कहा, बांग्लादेश की आजादी की स्वर्ण जयंती मुजीब बर्षो में कोई भी बेघर नहीं रहेगा। हमारी संसाधनें भले ही सीमित हैं, लेकिन इनके द्वारा देश के हर इंसान को रहने के लिए कम से कम एक ठिकाना तो प्रदान कराया ही जाएगा। इससे देश के लिए बलिदान देने वाले लाखों शहीदों को शांति मिलेगी। राष्ट्रपिता शेख मुजीबुर रहमान का एकमात्र लक्ष्य देश के लोगों की तकदीर को बदलना था।

प्रधानमंत्री ने कहा, उनका मानना है कि जब लोग अपने-अपने घरों में रहेंगे, तो उनके दिवंगत माता-पिता की आत्मा को शांति मिलेगी, जिन्होंने देश के लोगों के लिए अपनी पूरी जिंदगी लगा दी।

हसीना ने कहा, मेरे पिता शेख मुजीबुर रहमान ने देश के लोगों के लिए जीवन भर संघर्ष किया। मैं बहुत खुश हूं कि हम ठंड के इस मौसम में लोगों को उनके रहने का ठिकाना दे पाने में सक्षम हो पाए हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि लगभग 70,000 बेघर परिवारों को घर वितरित करना देश के लिए एक गर्व का पल है क्योंकि यह लोगों को भविष्य को सुरक्षित बनाता है और उनमें बेहतर उम्मीद पैदा होती है।

हसीना कहती हैं, यह देश के लिए सबसे बड़ा त्यौहार है क्योंकि हम बेघर लोगों को घर दिला रहे हैं। मुझे आपकी दुआओं की जरूरत है ताकि हम राष्ट्रपिता के देखे गए सोनार बांग्ला के सपने को साकार कर सकें।

मुजीब बर्षो और देश की आजादी की स्वर्ण जयंती के अवसर पर हसीना की सरकार द्वारा सभी को घर दिलाने के अपने संकल्प के मद्देनजर आश्रय-2 परियोजना के तहत देश के 66,000 से अधिक भूमिहीनों और बेघर परिवारों को घर दिलाया जा रहा है।

हसीना ने कहा कि उनकी सरकार देश के और 100,000 लोगों को घर दिलाएगी। उन्होंने कहा, इस प्रक्रिया की शुरुआत जल्द ही होगी। हम उम्मीद करते हैं कि देश में कोई भी बेघर न रहे।

प्रधानमंत्री ने अपने आधिकारिक निवास गनभवन से वर्चुअली घरों के वितरण के लिए उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होकर देशभर के 492 उप जिलाओं से जुड़ीं और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लाभार्थियों सहित और भी कई लोगों से बात कीं।

आश्रय-2 के तहत बनने वाले घरों में दो कमरे, एक रसोई, एक शौचालय और एक बरामदा होगा, जिनकी कीमत 1.75 लाख बांग्लादेशी टका है।

–आईएएनएस

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