बिहार में वर्षाजल संचयन प्रबंध पर ‘प्रॉपर्टी टैक्स’ में मिलेगी छूट

  राज्य सरकार ने स्कूल, अस्पताल व सरकारी भवनों पर वर्षाजल संचयन कर उसे पाइप के जरिए जमीन के नीचे पहुंचाकर भूजल स्तर को बनाए रखने का निर्णय लिया है। पटना के दानापुर में वनमहोत्सव कार्यक्रम में पौधरोपण करने के बाद आयोजित सभा को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री मोदी ने कहा, “निजी मकानों में वर्षाजल संचयन का प्रबंध करने वालों को पटना नगर निगम प्रॉपर्टी टैक्स में 5 प्रतिशत की छूट देगा। राज्य के सभी जल स्रोतों के सर्वेक्षण के बाद अभियान चलाकर उनका उद्धार किया जाएगा।”

मोदी ने कहा कि दुनिया में जितना पानी है, उसका 97 प्रतिशत हिस्सा खारा है, जिसका पीने से लेकर कृषि कार्य तक में कोई उपयोग नहीं है। मात्र तीन प्रतिशत पानी उपयोग लायक है, उसमें भी पीने योग्य मात्र ़3 प्रतिशत ही पानी है।

उन्होंने दावा करते हुए कहा कि कई स्थानों पर वह भी आर्सेनिक, फ्लोराइड और आयरन की अधिकता की वजह से प्रदूषित है। ऐसे में वर्षा के जल का संरक्षण व संचयन आवश्यक है। आज सभी को एक-एक बूंद पानी बचाने का संकल्प लेना होगा।

मौसम परिवर्तन पर चिंता प्रकट करते हुए उन्होंने कहा कि बढ़ते तापमान से पूरी दुनिया परेशान है। जिन इलाकों में पहले कभी बाढ़ नहीं आती थी, वहां भी बाढ़ आ रही है। असामान्य और कम समय में ज्यादा बारिश की वजह से कई तरह की परेशानियां पैदा हो रही हैं।

उन्होंने कहा कि पानी बचाना है तो पौधा लगाना और बचाना होगा। उन्होंने लोगों से जहां खाली जमीन नहीं हो, वहां घरों की छतों पर, गमले में पौधे लगाने की अपील की और कहा कि पानी और पेड़ रहेगा, तभी इस धरती पर जीवन रहेगा। यह सृष्टि केवल मनुष्यों के लिए ही नहीं, बल्कि सभी जीव-जंतुओं के लिए है।