बिहार : मकर संक्रांति पर दही-चूड़ा भोज में घुलेगी सियासी मिठास

पटना, 13 जनवरी (आईएएनएस)| बिहार भले ही ठंड से ठिठुर रहा है, परंतु राज्य में मकर संक्रांति के मौके पर होने वाले भोज को लेकर सियासत मर्ग हो गई है। मकर संक्रांति पर ‘सियासी दही-चूड़ा भोज’ की तैयारी प्रारंभ है, परंतु अभी तक कौन नेता किस दल के भोज में शामिल हो रहा है, इसे लेकर संशय बना हुआ है।

मकर संक्रांति के मौके पर यहां प्रतिवर्ष सियासी दही-चूड़ा भोज का आयोजन होता है। इससे कई दलों में मिठास घुलती है तो कई दलों में आलू-दम के स्वाद से तीखापन भी तय कर जाता है।

इस भोज को लेकर कतरनी चूड़ा का स्टॉक जुटाया जा रहा है, तो दही और गया की तिलकुट की व्यवस्था की जाती है। वैसे, कभी इस भोज के लिए चर्चित रहे राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव के आवास पर इस साल चूड़ा-दही के भोज का आयोजन नहीं हो रहा है। वहीं लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) भी दही-चूड़ा भोज का आयोजन नहीं कर रही है।

इस बार जनता दल (युनाइटेड) और कांग्रेस के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधान पार्षद रजनीश कुमार द्वारा बड़े स्तर पर दही-चूड़ा भोज का आयोजन किया गया है।

जद (यू) के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह के आवास पर 15 जनवरी को दही-चूड़ा भोज का बड़ा आयोजन है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी सहित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सभी दिग्गज इसमें शामिल होंगे।

केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का भी आना तय माना जा रहा है। वशिष्ठ नारायण सिंह काफी वर्षों से इस भोज का आयोजन करते रहे हैं।

कांग्रेस भी सदाकत आश्रम यानी प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में दही-चूड़ा भोज का आयोजन कर रही है। कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने आईएएनरएस को बताया, “इसके लिए कतरनी चूड़ा और गया की तिलकूट की व्यवस्था की गई है। इस भोज में कम से कम 2000 लोगों के शामिल होने की संभावना है। विपक्षी दलों के महागठबंधन में शामिल सभी दलों को इस भोज का न्योता भेजा जा रहा है। कांग्रेस के कार्यकर्ता भी इस भोज में जुटेंगे।”

भाजपा के विधान पार्षद रजनीश कुमार के आवास पर भीर 15 जनवरी को दही-चूड़ा भोज का आयोजन किया गया है। इस भोज में भी मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी सहित राजग के सभी सांसद, विधायक, विधान पार्षद को न्योता दिया गया है।

लोक जनशक्ति पार्टी की ओर से आयोजित होनेवाले दही-चूड़ा भोज को इस बार रद्द कर दिया गया है। रामविलास पासवान के भाई और समस्तीपुर से सांसद रहे रामचंद्र पासवान के निधन के कारण इस साल दही-चूड़ा भोज का आयोजन नहीं किया जा रहा है।

लोजपा के अध्यक्ष चिराग पासवान ने ट्वीट किया, “लोक जनशक्ति पार्टी हर वर्ष दही-चूड़ा का आयोजन करती आई है, लेकिन पिछले वर्ष आदरणीय रामचंद्र चाचा जी के दुखद निधन के कारण इस वर्ष दही-चूड़ा का आयोजन नहीं किया जा रहा है।”

राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की गैर-हाजिरी में इस साल उनके आवास पर भी मकर संक्रांति का दही-चूड़ा भोज नहीं आयोजित किया गया है।