बिहार : अश्विनी चौबे पर स्याही फेंकने वाले युवक ने कहा, ‘जो किया सही किया’ (लीड-1)

 पटना, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)| केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे पर मंगलवार को एक युवक ने स्याही फेंक दी। इस घटना के बाद चौबे ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि ये वही लोग हैं, जो गंदा काम करते हैं।

 इस बीच, स्याही फेंकने वाले युवक ने खुद को जन अधिकार पार्टी (जाप) का नेता बताया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री चौबे मंगलवार को यहां पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने यहां भर्ती डेंगू मरीजों से मुलाकात की। निरीक्षण करने तथा मरीजों, चिकित्सकों से मिलने के बाद वह परिसर में जैसे ही अपने वाहन पर बैठने जा रहे थे, तभी एक नीली शर्ट पहने युवक ने केंद्रीय मंत्री पर स्याही फेंक कर फरार हो गया।

इस दौरान मंत्री के सुरक्षाकर्मी उस युवक को पकड़ने के लिए दौड़े, लेकिन युवक फरार हो गया। इस दौरान एक वायरल वीडियो में दो युवकों को भागते हुए देखा गया।

इस घटना के बाद आक्रोशित दिखे चौबे ने घटना की निंदा करते हुए कहा, “ऐसी घटना की जितनी निंदा की जाए, कम है। ये वही लोग हैं, जो गंदा काम करते हैं। यह उन्हीं लोगों के इशारे पर किया जा रहा है, जो पहले अपराध जगत में काफी आगे थे।”

उनका इशारा जाप के प्रमुख और पूर्व सांसद पप्पू यादव की ओर था।

उन्होंने पत्रकारों से यह भी कहा कि यह स्याही केवल हमारे ऊपर नहीं, आप लोगों के ऊपर भी फेंकी गई है।

इसके बाद मीडिया के सामने आए स्याही फेंकने वाले युवक ने अपना नाम निशांत झा बताया। उसने एक समाचार चैनल के साथ बातचीत में खुद को जन अधिकार छात्र परिषद का सदस्य बताया और कहा, “जलजमाव से लोगों की परेशानी देखकर मैं परेशान था, इसीलिए मैंने नाराजगी में आकर मंत्री पर स्याही फेंकी। यह मेरा अपना फैसला था और मैंने अपना विरोध जताया है। मैंने जो किया, सही किया। इसका मुझे कोई अफसोस नहीं है।”

युवक ने यह भी कहा कि वह किसी भी सजा के लिए तैयार है, और वह किसी सजा से नहीं डरता।

इस घटना के बाद जाप प्रमुख पप्पू यादव ने स्पष्ट तो कुछ नहीं कहा, परंतु इतना जरूर कहा कि “यह आम लोगों का आक्रोश है। आक्रोशित लोगों ने दो दिन पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के आवास का भी घेराव किया था।”