व्हाइट हाउस ने कहा कि यह स्मरणोत्सव गुरुवार को एशियाई, हवाई और प्रशांत द्वीप समूह के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के दौरान हुआ, जिसमें उन्होंने एशियाई लोगों के खिलाफ घृणा अपराधों से निपटने पर चर्चा की।
5 अगस्त 2012 को हुए हमले में छह सिख मारे गए थे, जिसमें एक पुलिस अधिकारी सहित चार लोग घायल हो गए थे और पिछले साल गोलीबारी में घायल एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।
घटना के दौरान श्वेत वर्चस्ववादी के रूप में वर्णित शूटर ने पुलिस के जवाब देने पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
सिख समुदाय के नेताओं ने ओक ट्री गुरुद्वारा हमले की बरसी पर बाइडन के एक पुराने ट्वीट का स्वागत किया है।
बाइडन ने अपने ट्वीट में कहा, आज से नौ साल पहले, हमने एक सिख मंदिर में एक श्वेत वर्चस्ववादी द्वारा 10 लोगों को गोली मारने के रूप में घृणित कार्य देखा। जैसा कि हम ओक क्रीक में खोए लोगों को याद करते हैं, हमें नफरत और कट्टरता के खड़ा रहना चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी बिना किसी डर के अपने विश्वास का अभ्यास करने में सक्षम रहें।
सिख काउंसिल ऑन रिलिजन एंड एजुकेशन के अध्यक्ष, राजवंत सिंह ने कहा, हम राष्ट्रपति बाइडन को उनकी करुणा और नफरत और हिंसा के खिलाफ एक मजबूत रुख के लिए आभारी हैं। सिख समुदाय इस त्रासदी से हिल गया था और हमारा समुदाय अभी भी नफरत से भरे हुए लोगों के बारे में चिंतित है। कुछ राजनीतिक हित समूहों द्वारा बयानबाजी की निंदा की जा रही है।
राष्ट्रीय सिख अभियान के सह-संस्थापकऔर कार्यकारी निदेशक गुरविन सिंह आहूजा ने कहा, सिखों के खिलाफ हिंसा कई सालों से बढ़ रही है। 9/11 के बाद कई अमेरिकियों ने पगड़ी और दाढ़ी को आतंकवाद और एक खतरनाक संख्या से जोड़ा है। लोगों ने हमारे समुदाय के खिलाफ नस्लवाद और हिंसा की ओर रुख किया।
उन्होंने कहा, राष्ट्रीय सिख अभियान इस देश में सिखों के बारे में पॉजिटिव जागरूकता पैदा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
–आईएएनएस
एसएस/आरजेएस