बजट पर चर्चा टालने सर्व साधारण सभा फिर एक बार स्थगित

20 मार्च को होगा बजट पर फैसला

पिम्परी। सम्पूर्ण वर्चस्व और बहुमत के बावजूद पिम्परी चिंचवड़ मनपा की सत्ताधारी भाजपा बजट पर चर्चा टालने में जुटी है। इस कड़ी में शुक्रवार को बजट की विशेष सर्व साधारण सभा फिर एक बार स्थगित कर दी गई। विपक्षी दलों के नगरसेवकों के चुनाव क्षेत्रों में बजट आबंटन में भेदभाव की नीति अपनाई गई है, सभा में बजट की चर्चा में विपक्ष इस बात को मुद्दा बनाएगा, यह तय है। इसी के चलते सत्ताधारी दल बजट की विशेष सभा को लगातार स्थगित कर चर्चा टालने की कोशिश कर रहा है, यह आरोप विपक्षी दलों द्वारा लगाया जा रहा है।

पिछले माह की 28 तारीख को मनपा के नए सालाना बजट पर फैसला करने हेतु आयोजित विशेष सर्व साधारण सभा आज तक के लिए स्थगित कर दी गई थी। इसमें मशहूर अभिनेत्री श्रीदेवी और शिवसेना के भूतपूर्व नगरसेवक बाबा धुमाल को श्रद्धांजलि अर्पित कर सभा स्थगन का प्रस्ताव पारित किया गया। आज इस स्थगित सभा में मनपा की भूतपूर्व नगरसेविका और महिला व बालकल्याण समिति की अध्यक्षा डॉ कमरुनिस्सा खान को श्रद्धांजलि देकर सभा को 20 मार्च की सुबह 11 बजे तक हेतु स्थगित कर दिया गया। इससे पहले महापौर नितिन कालजे के जन्मदिन और स्थायी समिति की अध्यक्षा चुने जाने के उपलक्ष्य में ममता गायकवाड़ का सभागृह में विशेष सम्मान किया गया।

बजट पर फैसला करने हेतु आयोजित विशेष सर्व साधारण सभा स्थगित करने का यह दूसरा मौका है। अगर सत्ताधारी भाजपा चाहे तो श्रद्धाजंलि अर्पित करने के बाद कुछ देर तक सभा स्थगित कर पुनः कामकाज शुरू करवा सकती है। मगर ऐसा न करते सीधे सीधे सभा को अगली तारीख दी जा रही है। इस बारे में विपक्षी दलों की राय जानने की कोशिश करने पर बजट पर चर्चा टालने के लिए भाजपा द्वारा सभा स्थगन का दांव चला जा रहा है। बजट में विपक्षी दल के नगरसेवकों के प्रभागों में आबंटन देने में भेदभाव किया गया है। उदाहरण के तौर पर शिवसेना के गुटनेता राहुल कलाटे के वाक़ड में मात्र 11 करोड़ का आबंटन दिया गया है। जबकि मनपा के निर्माणकार्य अनुमति विभाग को इस क्षेत्र से सर्वाधिक 200 करोड़ की आय मिली है।

ऐसे कई उदाहरण हैं, इसी के चलते बजट पर चर्चा टालने की नीति अपनाई जा रही है। यह आरोप शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस के सदस्यों ने लगाया है। पिछले साल मनपा का बजट बिना चर्चा के मंजूर किया गया था, इस साल भी बिना चर्चा के बजट मंजूर करने के लिए सत्ताधारी दल सभा स्थगित करने की भूमिका अपना रहा है। यह आरोप शिवसेना गुटनेता कलाटे ने लगाया है। हांलाकि महापौर नितिन कालजे ने इस आरोप से इंकार किया है। उन्होंने कहा कि बजट पर विस्तृत चर्चा होगी और उसमें सभी को मौका दिया जाएगा।