बंगाल में एनआरसी की अनुमति नहीं दूंगी : ममता

कोलकाता, 20 नवंबर (आईएएनएस)| केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा राज्यसभा में जोर देकर राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को पूरे देश में लागू करने की बात कहे जाने पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को राज्य के लोगों को भरोसा दिया कि उनकी सरकार इस तरह की किसी भी सूची को तैयार करने को इजाजत नहीं देगी। मुर्शिदाबाद जिले के सागरदिघि में एक जनसभा में ममता बनर्जी ने कहा कि कोई भी किसी व्यक्ति की नागरिकता नहीं छीन सकता और उसे शरणार्थी नहीं बना सकता।

उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को चुनौती देते हुए इस पर स्पष्टीकरण मांगा कि असम में एनआरसी में 14 लाख हिंदुओं व बंगालियों के नाम बाहर क्यों हैं।

भाजपा का नाम लिए बगैर उस पर निशाना साधते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि कुछ थोड़े से लोग एनआरसी के नाम पर राज्य में हिंसा भड़काना चाहते हैं।

उन्होंने कहा, “कुछ लोग बंगाल में एनआरसी लागू किए जाने की बात कहकर राज्य में हिंसा भड़काना चाहते हैं। मैं साफ कहना चाहूंगी कि हम एनआरसी को बंगाल में लागू करने की कभी इजाजत नहीं देंगे।”

उन्होंने कहा, “हम किसी को धर्म के आधार पर लोगों को बांटने की इजाजत नहीं देंगे।”

अमित शाह ने राज्यसभा में कहा कि एनआरसी को देश भर में लागू किया जाएगा और कहा कि किसी धर्म के व्यक्ति को डरने की जरूरत नहीं है।

शाह ने कांग्रेस नेता सैयद नासिर हुसैन के प्रश्न के जवाब में कहा, “एनआरसी की निगरानी सुप्रीम कोर्ट द्वारा की गई। एनआरसी को लागू करने के दौरान किसी धर्म को निशाना नहीं बनाया गया है।”