बंगाल के आखिरी चरण में सुबह-सुबह बंपर वोटिंग

कोलकाता, 29 अप्रैल (आईएएनएस)। भीषण गर्मी और कोविड महामारी के बावजूद लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए बड़ी संख्या में घरों से बाहर आए। मतदान के अंतिम चरण के पहले घंटे में चार जिलों में फैले 35 निर्वाचन क्षेत्रों में 16.04 प्रतिशत मतदान मतदान हुआ। ।

आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार हालांकि मालदा और मुर्शिदाबाद में उच्च मतदान दर्ज किया गया, उत्तरी कोलकाता और बीरभूम में सुबह 9 बजे तक कम मतदान हुआ।

मालदा जहां छह निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मतदान हो रहा है, वहां 18.97 प्रतिशत और मुर्शिदाबाद में जहां 11 निर्वाचन क्षेत्रों में वोट डाले जा रहे हैं वहां 18.86 प्रतिशत शुरूआती मतदान हुआ।

कोलकाता उत्तर में जहां सात निर्वाचन क्षेत्र हैं, वहां केवल 12.89 प्रतिशत मतदान हुआ और बीरभूम के 11 निर्वाचन क्षेत्रों में 13.44 प्रतिशत मतदान हुआ।

अब तक अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्रों का संबंध है, मुर्शिदाबाद जिले के सुजापुर में सुबह 9 बजे तक सबसे अधिक 21 प्रतिशत मतदान हुआ और दूबराजपुर में पहले दो घंटों में सबसे कम मतदान प्रतिशत दर्ज किया गया। बीरभूम जिले के इस निर्वाचन क्षेत्र में पहले दो घंटों में केवल 6 प्रतिशत मतदान हुआ।

लोकसभा चुनाव के मापदंडों पर विधानसभा सीटों के विश्लेषण से पता चलता है कि तृणमूल कांग्रेस के पास 19 निर्वाचन क्षेत्रों में बढ़त थी, भाजपा के पास 11 निर्वाचन क्षेत्रों में बढ़त थी और बाकी 5 सीटों पर कांग्रेस का नियंत्रण था। इन 35 सीटों पर वाम मोर्चा की शायद ही कोई छाप थी।

मूल तथ्यों पर करीबी नजर डालने से पता चलता है कि इन निर्वाचन क्षेत्रों में सेवा मतदाताओं सहित कुल मतदाताओं की संख्या 84,93,255 है, जिनमें 43,70,693 पुरुष मतदाता हैं और 41,22,403 महिला मतदाता हैं।

5,837 मतदान केंद्रों पर 11,860 मतदान केंद्र हैं, जहां 9,216 मुख्य बूथ हैं और बाकी 2,644 सहायक बूथ हैं। 80 प्लस मतदाताओं की संख्या 1,12,440 है जबकि 72,094 पीडब्ल्यूडी (विकलांग व्यक्ति) मतदाता हैं। इस चरण में सेवा मतदाताओं की कुल संख्या 14,981, तीसरे लिंग मतदाता 159 और विदेशी मतदाताओं की संख्या केवल 10 है।

कूचबिहार जिले के शीतलखुच विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या 126 पर चुनाव चल रहा है, जहां 10 अप्रैल को चौथे चरण में मतदान के दौरान चार लोगों की मौत हो गई थी।

चुनाव आयोग ने पहले ही घोषणा की है कि कुल 11,860 बूथों में से 5,433 बूथ अत्यंत संवेदनशील हैं और इसलिए आठवें चरण के मतदान के लिए 24 सामान्य पर्यवेक्षक, नौ व्यय पर्यवेक्षक और नौ पुलिस पर्यवेक्षक तैनात किए हैं। 5,565 फीसदी बूथों में वेबकास्टिंग की सुविधा होगी और 20 फीसदी बूथों में माइक्रो ऑब्जर्वर तैनात किए जाएंगे।

आयोग अंतिम चरण के दौरान केंद्रीय बलों की 646 कंपनियों की तैनाती की गई है जिसमें बीरभूम में अपने 11 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 225 कंपनियों की सबसे ज्यादा फोर्स की तैनाती की गई है।

केंद्रीय बलों की दो सौ पंद्रह कंपनियां मुर्शिदाबाद में अपने 11 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए इस्तेमाल की जा रही है मालदा के 6 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 110 कंपनियां, जबकि उत्तरी कोलकाता में 7 सीटों के लिए 96 कंपनियों की सबसे कम तैनाती की गई है।

– आईएएनएस

सैबाल / आरजेएस