प्लंबिग कॉन्ट्रकटर का अपहरण करके 11 लाख 50 हजार रूपए की फिरौती वसूल करनेवाली गैंग गिरफ्तार

पुणे – प्लंबिग कॉन्ट्रकटर का अपहरण करके 11 लाख 50 हजार रूपए की फिरौती वसूल करनेवाली गैंग को आखिरकार पुणे पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इस मामले में पुणे पुलिस के क्राइम ब्रांच (युनिट 3) ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. कॉन्ट्रक्टर को सितंबर 2017 में मारपीट करके अपहरण करने की घटना घटी थी, उस घटना के बाद फिर संबंधित आरोपियों द्वारा फिरौती की मांग की गई थी.

क्राइम ब्रांच युनिट 3 ने इस मामले में मुकेश मारूती राऊत (उम्र 33, निवासी चिंचवड), निलेश किशोर कोकरे (उम्र 20, निवासी चिंचवड), सिराज रुस्तम अंसारी (उम्र 25, निवासी चिखली), राजू विलास गायकवाड (उम्र 35, निवासी फुलेनगर), अशोक उर्फ लंब्या भीमराव जावले (उम्र 28, निवासी चिंचवड) और विजय बबन वाडेकर (निवासी डोंजे) को गिरफ्तार किया गया है.

8 सितंबर 2017 को शिकायतकर्ता मोहमद हुसैन अन्सारी की कार को पीछे से टक्कर मारी थी, उसके बाद मोहमद के साथ मारपीट की गई थी, इस मारपीट में मोहमद बेहोश हो गए थे और जब होश में आए तब उनके हाथ पैर बंधे और एक कमरे में खुद को कैद पाया गया. आरोपियों ने उनके फोन से घरवालों को कॉल करके 20 लाख की फिरौती की मांग की थी. तीन दिन तक एक अंधेरे कमरे में कॉन्ट्रकटर को कैद करके रखा गया था, फिरौती की रकम देने के बाद मोहमद को छोड़ दिया गया था. उसके बाद 20 लाख रूपए की फिरौती रकम में बकाया रकम की मांग वापस से आरोपियों द्वारा की गई थी, जिसके बाद फिरौती का मामला दर्ज किया गया था.

सिराज अंसारी शिकायतकर्ता मोहमद के यहां पहले काम को था. इसलिए सिराज को मोहमद के बारे में पूरी जानकारी थी. आरोपियों ने शिकायतकर्ता को उनके कोंढवा के घर से किडनैप करने के प्लान बनाया. विजय बबन वाडेकर की काले रंग की सफारी गाड़ी में सवार होकर चिंचवड से कोंढवा के पास आए थे, और उनके घर के पास ट्रैप लगाकर बैठे हुए थे. मोहमद जैसे ही अपने घर से ऑफिस जाने के लिए निकले तो पीछा करते समय रास्ता भटक जाने की वजह से आरोपियों का किडनैपिंग का उस समय का प्लान फेल हो गया और फिर ऑफिस के बाहर आरोपियों ने ट्रैप लगाया था. ऑफिस से घर वापस जाने के समय आरोपियों ने मोहमद की गाड़ी को टक्कर मारी और किसने कार को टक्कर मारी यह देखने के लिए मोहमद कार से नीचे उतरें, तब सभी आरोपियों ने मोहमद पर हमला बोल दिया और किडनैप करके लेकर गए.

यह कारवाई क्राइम ब्रांच के अप्पर पुलिस आयुक्त प्रदीप देशपांडे, पुलिस उपायुक्त पंकज डहाणे, सहायक पुलिस आयुक्त (युनिट 1) समीर शेख के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच युनिट 3 के सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर सीताराम मोरे, सहायक पुलिस निरिक्षक रविंद्र बाबर, पुलिस कर्मचारी संदीप तलेकर, गुणशिंलन रंगम, अनिल घाडगे, महेंद्र पवार, गजानन गाणबोटे, अनिल भोसले, आजिनाथ काले, रोहिदास लवांडे, शिवानंद स्वामी, अतुल साठे, संदीप राठौड, कल्पेश बनसोडे, सुजीत पवार ने किया.