प्रधानमंत्री मुद्रा ऋण योजना के नाम पर शिक्षिका ने की ठगी

मुंबई : प्रधान मंत्री मुद्रा ऋण योजना के नाम पर एक शिक्षिका द्वारा ठगी गई महिलाओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इस मामले में अब तक 60 से 70 महिलाएं सामने आई हैं, जबकि पीड़ितों का दावा है कि शिक्षिका संचिता गोरक्ष (57) ने 1500 से अधिक लोगों को फर्जीवाड़े का शिकार बनाया है, जिनमें अधिकांश महिलाएं हैं। इनमें अपनी मेहनत से काम को आगे बढ़ाने की इच्छा रखने वाली सामान्य घरों की महिलाएं हैं। इनमें अपनी मेहनत से काम को आगे बढ़ाने की इच्छा रखने वाली हैं।

चारकोप के सेक्टर-7 की रहने वाली प्रियंका पाटील इमिटेशन का काम करती हैं और उन्हें इस कारोबार में आगे बढ़ना है। अक्षरा पांचाल लोगों के लिए खाना बनाती हैं, लेकिन उन्हें टिफिन सर्विस शुरू करनी है। गुजरात के राजकोट निवासी सुप्रिया पांचाल दूसरे की दुकान में टेलर हैं, उन्हें खुद की दुकान खोलनी है। चारकोप की शीला सोनी को घर कार्य के लिए कर्ज चाहिए। ये सभी महिलाएं अपने काम को आगे बढ़ाने के लिए कर्ज पाने की चाहत में ठगी गई हैं। इनमें ज्यादातर कम पढ़ी-लिखी महिलाएं हैं, जिन्हें विश्वास था कि प्रधान मंत्री मुद्रा ऋण योजना उनके कल्याण के लिए बनाई गई है। इनका दुर्भाग्य कि इन्हें गोराई में संचिता गोरक्ष नाम की एक ऐसी शिक्षिका मिली, जो जरूरतमंदों को मुद्रा योजना के तहत कम ब्याज पर आसानी से ऋण दिलाने का दावा करती थी। इसके बदले उसने 3 हजार रुपये कमिशन मांगा, तो महिलाओं ने फायदे का सौदा समझकर रकम दे दी और वे लुटती चली गईं।

सस्ते ऋण का प्रलोभन
पीड़ित महिलाओं का आरोप है कि वे जब संचिता से मिलीं, तो उसने मुद्रा योजना के तहत 2 लाख रुपये ऋण दिलाने की बात कही। इसके लिए शुरू में 3 हजार रुपये, पैन कार्ड, राशन कार्ड और आधार कार्ड की कलर फोटोकॉपी मांगी। पैसा और दस्तावेज जमा हो जाने के बाद उसने ऋण की राशि ‘पास’ में से प्रति आवेदक 40 हजार रुपये और लेने की शर्त रखी। इस तरह गोरक्ष प्रति व्यक्ति
हजार रुपये लेने और बदले में 1 लाख 57 हजार रुपये ऋण दिलाने की बात कहती थी। साथ ही वह कहती कि 57 हजार रुपये सब्सिडी है और बाकी बचे 1 लाख रुपये कम ब्याज पर चुकाने होंगे। इस लुभावनी योजना के लालच में फंसकर महिलाओं ने गोरक्ष को बेझिझक 3-3 हजार रुपये और दस्तावेज सौंप दिए।

कैसे हुआ खुलासा
पीड़ितों के अनुसार, काफी दिन तक ऋण नहीं मिलने से नाराज महिलाएं गोरक्ष के घर जा पहुंचीं। उसने पहले तो जल्द ही ऋण पास हो जाने का बहाना बनाया, बाद में पीड़ित महिलाओं पर पालतू कुत्ता छोड़कर उन्हें घर से भगाने लगी। इसके बाद, महिलाओं ने भाजपा की स्थानीय सदस्य रेशमा नेवाले से संपर्क किया। रेश्मा ने मुद्रा योजना के महाराष्ट्र प्रभारी और भाजपा नेता विनोद शेलार से बात की। शेलार ने स्थानीय सांसद गोपाल शेट्टी के मार्गदर्शन में पीड़ितों के साथ बोरीवली पुलिस स्टेशन का रुख किया। पीड़ितों के बयान के आधार पर बोरीवली पुलिस ने आरोपी शिक्षिका संचिता गोरक्ष के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 (फर्जीवाड़ा) के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया।

हिरासत में ठग शिक्षिका
गोरक्ष को मंगलवार को बोरीवली कोर्ट में पेश किया, जहां से कोर्ट ने महिला को 2 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। मामले की जांच पुलिस अधिकारी अमित पांडे कर रहे हैं। पुलिस को शक है कि गोरक्ष के गिरोह में 3 से 4 महिलाएं और शामिल हो सकती हैं, जिनकी जांच चल रही है।
गुणाजी सावंत, सीनियर पीआई, बोरीवली पुलिस ने कहा, आरोपी महिला के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने स्थानीय कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे पुलिस हिरासत मिली है। मामले की जांच जारी है।