पुलिस कर्मचारी के पास इलाज के लिए भी पैसे नहीं…

खेती की ज़मीन तक बेच दी, पर इलाज का खर्च उठाना भारी पड़ रहा है

पुणे : पुणे समाचार

वार-त्योहार हो या किसी बड़े नेता की सभा, दौरा या दंगे-फसाद की घटना, बारह महीने- चौबीस घंटे पुलिस कर्मचारी पूरे चाक-चौबंद के साथ अपनी ड्यूटी निभाता है। घर-परिवार से दूर, अपने आप से अनजान वह लोगों की सेवा में जूटा रहता है। उसके दम पर कानून-व्यवस्था के इंतज़ामात सुचारू रूप से चलते हैं। लेकिन बदले में उसे क्या मिलता है? यह सुलगता सवाल फिर एक बार खड़ा हो गया है क्योंकि ठाणे के पुलिस थाने में कार्यरत सागर पवार को गंभीर बीमारी ने जकड़ लिया है और उसकी मदद के लिए कोई उसके साथ नज़र नहीं आ रहा है।

खेती से मिलने वाली थोड़ी-बहुत आय से परिवार का गुज़ारा होता है, पिता को भी लकवा मार गया है और ऐसे में जिस सागर से पूरे परिवार को उम्मीदें थी, उसे खून का कैंसर हो जाने से पूरा परिवार टूट गया है। इस बीमारी के बड़े इलाज के लिए पैसे कहाँ से लाए जाएँ, यह चिंता परिवार पर साये की तरह मंडरा रही है।

सागर पवार वर्ष 2013 में पुलिस विभाग में भर्ती हुआ था। ठाणे में अपने काम पर एक दिन उसे अचानक चलने-फिरने में परेशानी होने लगी, उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जब विभिन्न जाँचें की गईं तो पता चला कि उसे ब्लड कैंसर है। परिवार कल्याण योजना के सहारे थोड़े दिनों तक जैसे तैसे गुज़ारा हो गया। टाटा अस्पताल में ‘बोन मेरो ट्रांसप्लांट’ के लिए एक साल का वक्त था। इस बीच सागर की हालत और भी ख़राब होने लगी। उसे तुरंत इलाज़ की सख़्त ज़रूरत थी। उसे तत्काल पुणे के सह्याद्री अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहाँ उसे बोन मेरो ट्रांसप्लांट का डोनर (दाता) तो मिल गया लेकिन उस डोनर को दस लाख रुपए कहाँ से दिए जाएँ, यह सवाल आन खड़ा हुआ। परिवार ने खेती बेचने का निर्णय लिया और उसका भाई भी मदद करने के लिए सामने आया।

लेकिन इस इलाज के लिए 50 लाख रुपयों की आवश्यकता है। बाकी की रकम किस तरह इकट्ठा की जाएँ यह सवाल अब भी परिवार वालों के सामने हैं। सागर के परिवार ने खेती की ज़मीन बेच दी पर उससे इतनी बड़ी राशि नहीं मिल सकी। इन हालातों में सागर को मानसिक के साथ आर्थिक सहायता की भी आवश्यकता है। सागर के परिवारजनों ने दानदाताओं से अपील की है कि वे इस कठिन घड़ी में उनकी मदद करें।

मदद कैसे कर सकते हैं-
स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया, ठाणे शहर शाखा, खाता क्रमांक 33618665291 में पैसे जमाकर आप मदद कर सकते हैं।

हमारे जान-माल की रक्षा करने के लिए हरदम तैयार एक पुलिस कर्मचारी आज जीवन-मृत्यु के बीच जूझ रहा है और उसे मदद की आवश्यकता है। हम अपील करते हैं कि यथासंभव मदद करें उसे नवजीवन देने का संबल प्रदान करें।