पुतलों के बजाए इंसानों की चिंता करें

भाजपा नेता सुनील देवधर ने पुणे में कहा

पुणे: ‘जिस समय त्रिपुरा में लेनिन का पुतला गिराया गया, उस समय वहां माणिक सरकार सत्ता में थे। हालांकि हमें पुतलों की चिंता करने के बजाए इंसानों के बारे में सोचने की ज्यादा ज़रूरत है’। यह बातें भारतीय जनता पार्टी के त्रिपुरा प्रभारी सुनील देवधर ने सोमवार को पुणे श्रमिक पत्रकार संघ द्वारा आयोजित वार्तालाप में कहीं। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में लेनिन का पुतला गिराने की घटना ग़लत है। जिस वक़्त यह घटना हुई, राज्य में हमारी सरकार नहीं थी, लेकिन मुझे लगता है कि पुतलों की चिंता करने के बजाए हमें उन लोगों की चिंता करनी चाहिए जो जिंदा हैं।

सब भाजपा में आना चाहते हैं

देवधर ने आगे कहा, ‘त्रिपुरा की घटना को लेकर से कई जगहों पर तीव्र प्रतिक्रियाएं दिखाई दीं। कुछ जगहों पर तो कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ता भाजपा की टीशर्ट पहनकर हिंसा कर रहे थे। अच्छी बात यह रही कि हिंसा को ज्यादा बढ़ने नहीं दिया गया’। देवधर ने बताया कि त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में भाजपा की कामयाबी को देखकर कम्युनिस्ट पार्टी सहित कई पार्टियों के नाता भाजपा में आने के लिए उत्सुक हैं, लेकिन फिलहाल जो घटनाएं हो रही हैं उनके मद्देनजर छह महीनों तक पार्टी में किसी को भी प्रवेश न देने का फैसला लिया गया है।

इस मौके पर पुणे श्रमिक पत्रकार संघ के अध्यक्ष शैलेश काले, पुणे पत्रकार प्रतिष्ठान के अध्यक्ष महेंद्र बडदे, महासचिव दिगंबर दराड़े, सचिव सुकृत करंदीकर उपस्थित थे।