पुणे परिमंडल में हरमहीने करीबन 3500 चेक बाऊंस होने के मामले

पुणे : पुणे व पिंपरी चिंचवड शहर सहित मुलशी, जुन्नर, आंबेगांव, मावल, खेड तहसील के बिजली ग्राहकों के 3500 से 4000 से ज्यादा के चेक बाऊंस होने के मामले सामने आए हैं। इन इलाकों के ज्यादातर ग्राहक अपना बिजली बिल चेक द्वारा भरते हैं, जिसमें से ज्यादातर चेक बाऊंस होने की शिकायत पुणे परिमंडल के बिजली विभाग द्वारा गई है, साथ ही ग्राहकों से यह भी अपील की जा रही है कि अपना बिजली बिल चेक से भरने के बजाय ऑनलाइन बिल पेमेंट करें। बिजली विभाग (महावितरण विभाग) ने ग्राहकों को इतला किया है कि यदि उनके चेक बाऊंस हुए तो संबंधित ग्राहकों से 350 रुपए दंड, लेट फीस, ब्याज की रकम भरनी पड़ेगी। साथ ही 6 महीनों तक ग्राहक चेक द्वारा बिल नहीं चुकता कर पाएंगे. साथ ही चेक बाऊंस के मामले ऐसे ही बढ़ते रहे तो ग्राहकों की बिजली भी कट कर दी जाएगी।

बिल भरने की अंतिम तिथी में ग्राहक चेक से बिल भरन आते हैं, बिल भरने की अंतिम तिथि होने के बावजूद ग्राहकों का चेक क्लिअर होने में कम से कम दो से तीन दिन लगता है। जिसकी वजह से ग्राहक अपने बिल समय पर भुगतान नहीं कर पाते हैं। चेक बाऊंस होने के वजह से बहुत सी ग्राहकों की बिजली खंडित करने की कारवाई की जाती है, इस असुविधा को टालने के लिए ऑनलाइन द्वारा बिल भरने की अपील महावितरण द्वारा की गई है।

बिजली बिल ग्राहक घर बैठें भी भर सकते हैं, महावितरण कीwww.mahadiscom.in इस वेबसाइट, मोबाइल एप्प व ईसीएस द्वारा ऑनलाइन बिल भरने की सुविधा उपलब्ध करायी गई है। पुणे परिमंडल में करीबन 7 लाख 40 हजार ग्राहक ऑनलाइन बिल भरते हैं, करीबन 140 करोड़ रुपए हर महीने बिजली बिल ग्राहकों द्वारा ऑनलाइन भरा जाता है। ईसीएस के जरिए अबतक सवा दो लाख ग्राहकों ने पंजीयन करवाया है और घर बैठकर हर महीने करीबन 20 करोड़ रुपए का बिजली बिल ईसीएसधारक भर रहे हैं।