पीएमसी बैंक के 90 लाख वाले खाताधारक की सदमे से मौत

 मुंबई, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)| संकटग्रस्त पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड (पीएमसी) के एक खाताधारक की सदमे से मौत हो गई। इस बैंक में मृतक संजय गुलाटी के करीब 90 लाख रुपये जमा थे।

 संजय गुलाटी ने जेट एयरवेज के पतन के बाद इस साल की शुरुआत में अपनी नौकरी खो दी थी और अब उनकी जीवनभर की बचत पर लगे ग्रहण के सदमे को वह शायद बर्दाश्त नहीं कर सके।

गुलाटी को अपने दिव्यांग बेटे की देखभाव व इलाज के लिए नियमित तौर पर नकदी की जरूरत पड़ती थी। मगर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा पीएमसी बैंक के जमाकर्ताओं के लिए नकद निकासी की सीमा निर्धारित किए जाने से यह संभव नहीं हो पा रहा था।

गुलाटी (51) ने सोमवार को पीएमसी बैंक के खाताधारकों पर लगाई गई कड़ी सीमाओं के विरोध में किए गए प्रदर्शन में भाग लिया था। पीएमसी बैंक 3,830 करोड़ रुपये के घोटाले में उलझा हुआ है।

छह महीने पहले जेट एयरवेज के पतन के बाद पहले से ही अनिश्चित भविष्य का सामना कर रहे गुलाटी सोमवार की दोपहर में दक्षिणी मुंबई में पीएमसी बैंक घोटाले के खिलाफ करीब 200 अन्य खाताधारकों के साथ प्रदर्शन में भाग लेने के बाद ओशिवारा स्थित अपने घर पहुंचे।

घर आने के बाद जब गुलाटी खाना खा रहे थे, तभी उन्हें अचानक दिल का दौरा पड़ा। इसके बाद उन्हें पास के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

एक अन्य बैंक ग्राहक के मुताबिक, गुलाटी और उनके परिवार के सदस्यों के पास पीएमसी बैंक की ओशिवारा शाखा में लगभग 90 लाख रुपये जमा हैं, जो पिछले महीने भारतीय रिजर्व बैंक की कार्रवाई के बाद बैंक में ही अटके हुए हैं।

बैंक के इस घटनाक्रम के कारण वह पिछले कुछ दिनों से परेशान थे। गुलाटी सोमवार की दोपहर को मुंबई की एक अदालत के बाहर प्रदर्शन रैली में शामिल हुए थे। इसी अदालत में घोटाले के प्रमुख आरोपी पीएमसी बैंक के पूर्व अध्यक्ष एस. वरयाम सिंह, हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल) के निदेशक राकेश वधावन और सारंग वधावन पर सुनवाई चल रही है।

23 सितंबर को घोटाला सामने आने के बाद आरबीआई ने पीएमसी बैंक पर व्यापक प्रतिबंध लगाए थे और लोगों को शुरू में एक हजार रुपये से अधिक की निकासी पर रोक लगा दी थी। इसे बाद में बढ़ाकर 25 हजार रुपये और सोमवार (14 अक्टूबर) को बढ़ाकर 40 हजार रुपये किया गया है।

नकदी निकासी की सीमा निर्धारित होने से त्योहारी सीजन आने के बाद लोगों को और अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

गुलाटी का अंतिम संस्कार मंगलवार की दोपहर में अंधेरी पश्चिम श्मशान घाट में किया गया। यहां उनके परिजनों व रिश्तेदारों के अलावा पीएमसी बैंक के खाताधारक भी पहुंचे।