पीएमके नेता ने शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा कि ये चीनी ऐप जमाकर्ताओं के लिए कम समय के भीतर ज्यादा रिटर्न का वादा कर जमाकर्ताओं को धोखा दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि इन चीनी ऐप्स की उत्पत्ति का पता लगाना मुश्किल होगा और इनसे पैसे वसूल करना कठिन होगा क्योंकि उनके पास कोई संपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर इन ऐप्स के खिलाफ तत्काल कार्रवाई नहीं की गई तो राज्य के लोग कर्ज के बोझ तले दबकर खुदकुशी का सहारा लेंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को इस तरह के ऐप के खिलाफ जनता के बीच बड़े जागरूकता कार्यक्रम शुरू करने चाहिए ताकि उन्हें इन ऐप में पैसा निवेश करने के खतरे के बारे में समझा जा सके।
दिल्ली पुलिस की साइबर विंग ने दो चार्टर्ड अकाउंटेंट समेत 10 लोगों को चीनी ऐप का इस्तेमाल कर 5 लाख लोगों से कथित तौर पर करोड़ों की ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
गैंग ने निवेशकों को 24 दिन में पैसा दोगुना करने का भरोसा देकर ठगा था। पुलिस ने कहा कि भारत में न्यू ब्लड, ईजेड प्लान और सन फैक्ट्री जैसे ऐप बड़े पैमाने पर डाउनलोड होते हैं। पुलिस ने बताया कि साइबर विंग ने डेढ़ महीने से भी कम समय में करीब 50 लाख भारतीयों ने इन ऐप्स को डाउनलोड किया है।
–आईएएनएस
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