‘पर्यावरण के लिए सबसे ज्यादा हानिकारक हो जाएगी स्मार्टफोन तकनीक’

एक अध्ययन में पाया गया है कि 2040 तक स्मार्टफोन पर्यावरण के लिए सबसे अधिक हानिकारक हो जाएंगे। कनाडा में मैकमास्टर यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने लोगों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले स्मार्टफोन, लैपटॉप, टैबलेट्स, डेस्कटॉप और साथ ही डाटा सेंटर और संचार नेटवर्क के कार्बन फुटप्रिंट का 2005 में अध्ययन किया था।
मैकमास्टर यूनिवर्सिटी के एक सहायक प्रोफेसर लोटफी बेलखिर ने कहा कि हमने पाया कि आईसीटी (सूचना एवं संचार तकनीकी) उद्योग व्यापक स्तर पर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि दूरसंचार नेटवर्क और डेटा केंद्र आपको सेवा प्रदान करने के लिए बहुत अधिक ऊर्जा का उपभोग करते हैं और ज्यादातर डेटा केंद्रों को जीवाश्म ईंधन द्वारा उत्पन्न बिजली द्वारा संचालित किया जाता है यह ऊर्जा की व्यापक स्तर की खपत होती है जिसकी ओर हमारा ध्यान नहीं जाता है।