इस मामले में खडक पुलिस स्टेशन रतन नंदलाल पटेल (उम्र 22, निवासी, भवानी पेठ, मूल निवासी, उत्तरप्रदेश) को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस द्वारा दी गई जानकारी अनुसार रतन पटेल काफी सालों से लक्ष्मीनारायण बेस्ट चिवडा की दुकान में काम किया करता था, उसे दुकान व कारखाने के बारे काफी अच्छी जानकारी थी. पांच दिन पहले ही उसका उसके मालिक प्रशांत बाबूलाल डाटा से किसी बात को लेकर बहस हुई थी, जिसकी वजह से वह काम छोड़कर चला गया था, लेकिन अपने मालिक को सबक सिखाने के लिए उसने चोरी करने का प्लान बनाया. दुकान में प्रवेश कर सोने के गहने, चांदी के सिक्के, 3 लाख 54 हजार रुपए नकद, दुकान के तीन मॉनिटर और एक डी.वी.आर की चोरी की थी.
इस चोरी से पूरे शहर में सनसनी मच गई थी. पुलिस ने जब घटनास्थल का बरीकी से निरिक्षण किया था, तो पुलिस को दुकान में ही काम करनेवाले नौकरों पर ही शक था. दुकान की पूरी तरह से जानकारी रखनेवाला शख्स ही इस चोरी को अंजाम दे सकता है, ऐसा पुलिस का शक था. पुलिस ने जांच के समय वहां काम करनेवाले सभी लोगों से पूछताछ की थी, जिसमें मालिक और नौकर के झगड़े के बाद रतन पटेल के काम छोड़कर जाने की बात सामने आयी थी. पुलिस को रतन पटेल पर शक था, उस पर पुलिस के खबरी द्वारा नजर रखी गई थी, पुलिस को उनके खबरी द्वारा रतन पटेल अपने गांव उत्तरप्रदेश भागने की जानकारी मिली थी. उत्तरप्रदेश फरार होने से पहले ही पुलिस ने आरोपी नौकर को धर दबोचा.
यह कारवाई खडक पुलिस स्टेशन के सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर राजेंद्र मोकाशी, पुलिस इंस्पेक्टर (क्राइम) संभाजी शिर्के, जांच दल के पुलिस सब इंस्पेक्टर संजय गायकवाड, अनंता व्यवहारे, पुलिस कर्मचारी विजु कांबले, विश्वनाथ शिंदे, विनोद जाधव, गणेश माली, इमरान नदाफ, अनिकेत बाबर, आशिष चव्हाण, राकेश क्षीरसागर, रवि लोखंडे, महेश कांबले, संदीप कांबले, सागर केकाण, विशाल शिंदे ने की है.