नया कोच हमें अच्छा करने के लिए प्रेरित करे : छेत्री

नई दिल्ली, 18 मई (आईएएनएस)| नया सीजन सामने है और भारतीय फुटबाल टीम के कप्तान सुनील छेत्री पूरी तरह से उत्साहित हैं। वह सोमवार को यहां राष्ट्रीय शिविर में टीम के साथ जुड़ेंगे और नए कोच इगोर स्टीमाक के साथ आने वाले सीजन पर काम करेंगे।

नए कोच के साथ भारत का पहला टूर्नामेंट किंग्स कप होगा।

छेत्री ने आईएएनस से कहा कि टीम का लंबा लक्ष्य एक बार फिर एशिया कप के लिए क्वालीफाई करना होना चाहिए। यह आसान नहीं है, क्योंकि काफी चीजें आपके समूह, क्वालीफायर्स, स्थितियों पर निर्भर करती हैं। आप कई जगहों पर दुर्भाग्यशाली हो सकते हो, लेकिन फिर भी यह हमारा लक्ष्य होना चाहिए।”

छेत्री ने कहा, “अगर आप छोटे लक्ष्य के बारे में पूछेंगे तो हमारा ध्यान ज्यादा से ज्याद मैच जीतने पर होना चाहिए। हम जितने मैच हारते हैं उससे ज्यादा जीतने होंगे। एक और लक्ष्य जो मैं देखता हूं वो है घर से बाहर ज्यादा से ज्यादा मैच जीतना। हम आमतौर पर घर में अच्छा करते हैं। अब हमें किंग्स कप खेलने का मौका मिल रहा है। साथ ही हम देश से बाहर भी काफी मैच खेल रहे हैं, तो हमें घर से बाहर ज्यादा मैच जीतने चाहिए।”

भारत ने इस बार एशियन कप के लिए क्वालीफाई किया था। छेत्री को विश्वास है कि टीम आने वाले सीजन में बेहतर प्रदर्शन करेगी।

उन्होंने कहा, “टीम के कई युवा खिलाड़ी अब परिपक्व हो गए हैं और इससे हमें उम्मीद दिखती है, जैसे जेजे लालपेखुल्वा, संदेश झिंगान, उदांता सिंह, गुरप्रीत सिंह संधू, प्रीतम कोटाल।”

कप्तान ने कहा, “कई खिलाड़ी उम्र के हिसाब से अभी भी युवा हैं लेकिन वह जानते हैं कि अंतर्राष्ट्रीय फुटबाल कैसे खेली जाती है। थापा, शुभाशीष बोस ज्यादा उम्र के नहीं हैं, लेकिन उनके पास पर्याप्त अनुभव है। हम पहले से कई बेहतर टीम हैं और कोच द्वारा सही मार्गदर्शन से हम निश्चित तौर पर और बेहतर कर सकते हैं।”

छेत्री से जब पूछा गया कि उनकी नए कोच से क्या उम्मीदें हैं तो उन्होंने कहा, “एक सबसे अहम चीज मैं जो कोच से चाहता हूं कि वह हमें कड़ी से कड़ी मेहनत के लिए प्रेरित करें। बाकी जाहिर सी बात है कि आप चाहते हैं कि आपका कोच रणनीति बनाने में उस्ताद हो और उसे खिलाड़ियों को संभालने, उनसे काम निकालने की कला आती हो।”

उन्होंने कहा, “लेकिन इससे भी ज्यादा मैं जो कोच से चाहता हूं वो यह है कि कोच हमसे ज्यादा से ज्याद चाहत रखें, उसकी हमसे ज्यादा से ज्यादा उम्मीदें हों। एक बार आप जानते हैं कि कोच के पास विजन हो और वह अच्छा है तो पूरी टीम उसके साथ खड़ी होती है।”