धावक मिल्खा सिंह ने पेस 2018 के विजेताओं को सम्मानित किया

पुणे : पुणे समाचार

एआईटी के सालाना स्पोटर्स फेस्टिवल पेस 2018 की शुरूआत 15 फरवरी को हुई थी। और इसने सफलता के नए कीर्तिमान बनाए। फेस्ट में आर्मी इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एआईटी) के विद्यार्थियों ने अपनी काबिलियत और योग्यता का शानदार प्रदर्शन किया। पुणे में इसके कैंपस में एआईटी की ओर से आयोजित पेस 2018 में सभी प्रतियोगिताओं में जबरदस्त प्रदर्शन कर बाजी मारी।

 दिग्गज धावक मिल्खा सिंह इस स्पोटर्स फेस्टिवल के अंतिम दिन मुख्य अतिथि थे। उन्होंने इंटर कॉलेज स्पोर्ट्स फेस्ट पेस 2018 के विजेताओं को सम्मानित किया।

 एआईटी का16वां सालाना कॉलेज फेस्ट शुरुआत से लेकर अंत तक शानदार, बेहतरीन और काफी रोमांचक रहा। इसमें 3000 से अधिक लोगों ने खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया। 4 दिन तक चले इस कार्यक्रम में देश भर के 50 कॉलेजों ने भाग लिया।

 मेजबान एआईटी ने कुल 16 प्रतियोगिताओं में से 4 प्रतियोगिता में बाजी मारी। पेस 2018 का मुख्य आकर्षण लड़कियों की क्रिकेट और कबड्डी टीम को इस आयोजन में शामिल करना रहा। पेस की सभी खेल प्रतियोगिताओं में खिलाड़ियों ने बढ़चढ़कर भाग लिया। इनमें स्क्वैश, फुटबॉल, बास्केटबॉल और वॉलीबॉल सहित अन्य खेल आयोजन शामिल थे।

 पेस 2018 में नेशनल डिफेंस अकेडेमी, कैडेट ट्रेनिंग विंग, कॉलेज ऑफ मिलिट्री इंजीनियरिंग, आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल कॉलेज, केआईएमएस, कमिन्स और डी. वाई. पाटिल आदि प्रतिष्ठित संस्थानों ने भाग लिया। खिलाड़ियों ने अपने शानदार प्रदर्शन से इस कार्यक्रम को बेहद खुशनुमा व यादगार बना दिया। ये यादें पेस 2018 में भाग लेने वाले खिलाड़ियों और दर्शकों को लंबे समय तक खुशियों और उत्साह से भरपूर बनायें रखेंगी।

 इस अवसर पर मिल्खा सिंह के प्रेरणादायक जीवन पर एक स्पेशल फीचर फिल्म भी दिखाई गई। फिल्म के सभी किरदार एआईटी के स्टूडेंट्स ने निभाए। फिल्म देखते समय दिग्गज धावक मिल्खा सिंह की आंखें में आंसू थे। फिल्म के प्रदर्शन के दौरान मिल्खा भावुक दिखे। मिल्खा सिंह ने 8 किमी लंबी मैराथन का भी उद्घाटन किया। मैराथन का आयोजन शहीदों की विधवाओं के लिए फंड एकत्रित करने के उद्देश्य से किया गया। इससे एकत्रित फंड को एडब्ल्यूडब्ल्यूए को भेजा गया।

 श्री मिल्खा सिंह का सम्मान एआईटी के चेयरमैन मेजर जरनल जलज भोला सर ने किया। संस्थान के सेकेंड ईयर के विद्यार्थी राहुल सिंह द्वारा बनाई गई एक तस्वीर मिल्खा सिंह को उपहार में दी गई। ब्रिगेडियर (रिटायर्ड) अभय ए. भट्ट ने धन्यवाद भाषण में सभा में उपस्थित लोगों और मुख्य अतिथि का अभिवादन किया।

 इस अवसर पर पद्मश्री पुरस्कार विजेता मिल्खा सिंह ने विद्यार्थियों को प्रेरणा देते और उनका उत्साह बढ़ाते हुए कहा,कुछ भी ऐसा नहीं है, जिसे हासिल नहीं किया जा सकता। आप कोशिश कीजिए। ईमानदारी से की गई कोशिश ही आपको अपनी मंजिल की ओर ले जाएगी। उन्होंने सभी पैरंट्स से अपने बच्चों के प्रयासों को दोगुना करने के लिए कहा। यह बच्चों को सफलता दिलाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया, ”मेरी आखिरी इच्छा गोल्ड मेडल जीतने की थी, जो मैं रोम में हुए ओलंपिक खेलों में नहीं जीत पाया। मैं चाहता हूं कि आप लोग उसे जीतकर भारत लाएं।