देश के पहले विमान कारखाने की नींव पड़ेगी महाराष्ट्र में, 35000 करोड़ का हुआ समझौता

मैग्नेटिक महाराष्ट्र वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन में राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने  पायलट अमोल यादव के साथ 35,000 करोड़ रुपये के निवेश समझौते की पेशकश की है।  यह समझौता यादव और महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (एमआईडीसी) के बीच है जिससे करीब 10,000 नौकरियां सृजित होंगी। 
मुंबई: देश में विमान बनाने का कारखाना लगाने के एक वाणिज्यिक पायलट के सपने को महाराष्ट्र सरकार ने पंख दे दिए है। इसके लिए उसने  पायलट के साथ 35,000 करोड़ रुपये के समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
 ‘मैग्नेटिक महाराष्ट्र’ वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन में राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने  पायलट अमोल यादव के साथ 35,000 करोड़ रुपये के निवेश समझौते की पेशकश की है।  यह समझौता यादव और महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (एमआईडीसी) के बीच है जिससे करीब 10,000 नौकरियां सृजित होंगी। यह कारखाना पालघर जिले में 157 एकड़ से ज्यादा में फैला होगा।
पिछले साल फडणवीस ने सतारा जिले के 42 वर्षीय यादव को उनका ख्वाब सच करने के लिए हर मदद उपलब्ध कराने का वादा किया था।  यादव देश में ही छह सीट और 19 सीट वाले विमानों का विनिर्माण करने का कारखाना बनाना चाहते हैं।  यादव ने कहा, ‘नए विमान बनाने होंगे. मैंने अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया है। मुख्यमंत्री फडणवीस देश का पहला विमान कारखाना महाराष्ट्र में लगाना चाहते हैं. इसके लिए पालघर में 157 एकड़ भूमि की पहचान की गई है। एमआईडीसी हमें भूमि एवं सड़क जैसी अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराएगी। ’’
यादव ने कहा की उनकी जिम्मेदारी विमान बनाने और कारखाना स्थापित करने की है जो और विमानों का उत्पादन करेगा।  इसके अलावा उन्हें देश में और स्थापित किए जाने वाले विमान संयंत्रों की भी देखरेख करनी होगी।  यह विमान बनाने का प्रमुख केंद्र होगा।  महाराष्ट्र सरकार इसके लिए जरुरी कोष जुटाने में मदद करेगी।  यादव ने कहा, ‘‘सरकार को उम्मीद है कि 35,000 करोड़ रुपये का निवेश केवल मेरी अकेले की कंपनी के लिए ना होकर बल्कि यह इस केंद्र में स्थापित होने वाली सहायक कंपनियों के लिए भी होगा। ’
उन्होंने कहा कि पहले चरण में उन्हें 19 सीट वाले विमान बनाना है और तीन ऐसे ही विमान उत्पादन के लिए बनाना है. इस पर 200 करोड़ रुपये के निवेश की तत्काल जरुरत होगी जिसे अगले छह महीनों में खर्च किया जाना है.’